Book Title: Mahasati Madanrekha Diwakar Chitrakatha 012 Author(s): Shreechand Surana Publisher: Diwakar PrakashanPage 29
________________ सती मदनरेखा मुझ पर तलवार का प्रहार करके भाई मणिरथ अंधेरे में भागा। ADOOO OULTRAINIK भागते-भागते एक काले नाग पर उसका पाँव पड़ गया। विषधर ने डंक मारा। और मणिरथ वहीं ढेर हो गया। उसने जैसा कर्म किया वैसा फल उसे मिल गया। अब GिP New 27 aliana For Private & Personal Use OnlyPage Navigation
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