Book Title: Laghu Pooja Sangraha
Author(s): Shravak Bhimsinh Manek
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek

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Page 149
________________ १४८ सयल भूषण नूषितांबर, जगत्जन परिवार ॥ २७ ॥ जिनजन्मकल्याएक महोत्सवे, चौद जुवन उद्योत ॥ नारंकी थावर, प्रमुख सुखीयां, सकल मंगल होत ॥ दुःख दुरित ईति, शमित सघलां, जिनराजने परताप | तेणे देते शांति कुमार ववीयुं, नाम इति श्रालाप ॥ २८ ॥ एम शांति जिननो, कलश जणतां, होवे मंगलमाल ॥ कल्याण कमला, केली करती, लहे लील विलास ॥ जिन स्नात्र करीए, सहेजे तरीए, Jain Educationa InternatiBeasonal and Private Usev@nly.jainelibrary.org

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