Book Title: Laghu Pooja Sangraha
Author(s): Shravak Bhimsinh Manek
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek

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Page 159
________________ १५० उपर उमणो प्राणी, ते एम थाजो खूण ज्युं पाणी लू॥ ६ ॥ अगर कृष्णागरु कुंदरु सुगंधे, धूप करीजे विविध प्रबंधे ॥ लू ॥ ७॥ इति खूणउतारणं ॥ ॥अथ श्रारतिः॥ ॥ विविध रत्न मणिजमित रचावो, थाल विशाल अनोपम लावो ॥आरति उतारो प्रजुजीने आगे, नावना नावी शिवसुख मागे ॥ श्रा० ॥१॥ सात चौद ने एकवीश नेवा, त्रण त्रण वार प्रद Jain Educationa InteffatiBesonal and Private Usevenly.jainelibrary.org

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