Book Title: Kuvalaymala Part 02
Author(s): Chandraguptasuri
Publisher: Anekant Prakashan Jain Religious Trust
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(१७९) 1 जह बुज्झइ देव-गुरू सयल-महासत्थ-वित्थरुप्फालं ।
णउलाई वि तह च्चिय वियप्प-रहियं जिणाणं ति ।। 3 (१७९) इमाए उण एरिसाए वाणीए सयल-सुरासुर-णर-तिरियामय-पाण
सरिसाए किं भणिउं पयत्तो भगवं धम्म-जिणिंदो । 5 लोयम्मि अत्थि जीवो अत्थि अजीवो वि आसवो अत्थि ।
अत्थि य संवर-भावो बंधो वि य अत्थि जीवस्स ।। 7 अत्थि य णिज्जरणं पि य मोक्खो वि य अत्थि णवर जीवाण ।
धम्मो वि अत्थि पयडो अत्थि अहम्मो वि लोयम्मि ।। 9 सद्दव्व-खेत्त-कालाभावेहि य अत्थि अप्पणो सव्वं ।
पर-दव्व-खेत्त-कालाभावेहि य णत्थि सव्वं पि ।। 11 जइ वि ण घेप्पइ जीवो अप्पच्चक्खो सरीर-मज्झम्मि ।
तह वि अणुमाण-गम्मो इमेहिँ लिंगेहिँ णायव्वो ।। 13 उग्गह-ईहापूहा-मग्गण तह धारणा य मेहा य ।
बुद्धी मई वियक्का विण्णाणं भावणा सण्णा ।। 15 अक्खेवण-उक्खेवण-आउंच-पसारणा य गमणं च ।
आहार-भसण-दसण-पढण-वियारा बहु-वियप्पा ।। 17 एयं करेमि संपइ एयं काहामि एस-कालम्मि ।
एयं कयं ति-काले तिण्णि वि जो मुणइ सो जीवो ।। 19 सो य ण सिओ ण कण्हो ण य रत्तो णेय णील-कावोओ ।
देहम्मि पोग्गल-मए पावइ वण्णक्कम णवरं ।। 21 ण य दीहो ण य तंसो ण य चउरंसो ण वट्ट-हंडो वा ।
कम्मेण देहत्थो संठाण पावए जीवो ।।
3) P om. वाणीए. 4) P पयात्तो. 5) P लोअंमि य अत्थि. 6) P ।। अत्थि जीवस्स । अत्थि निज्जरणं पि यामोक्खो. 8) P सुहमोय for अहम्मो वि. 9) P कालाभावे च्चिय अत्थि. 11) P जीवो इय पच्चक्खो. 14) P विअप्पा for वियक्का. 15) J आउंट. 16) P हसण for भसण, J सद्दण for दसण, P वितारा. 19) P किण्हो , P नीय for णील.

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