Book Title: Kuvalaymala Part 02
Author(s): Chandraguptasuri
Publisher: Anekant Prakashan Jain Religious Trust

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Page 13
________________ १० (१७९) 1 जह पंक-लेव-रहिओ जलोवरिं ठाइ लाउओ सहसा । तह सयल-कम्म-मुक्को लोगग्गे ठाइ जीवो वि ।। 3 इय जीव-बंध-मोक्खो आसव-णिज्जरण-संवरे सव्वे । केवलणाणीहिँ पुरा भणिए सव्वेहि वि जिणेहिं ।। 5 एवं च देवाणुप्पिया। लोयम्मि के वि सत्ता विसउम्मत्ता वहम्मि आसत्ता । 7 मरिऊण जंति णरयं दुक्ख-सयावत्त-पउरम्मि ।। णाणावरणुदएणं कम्मेणं मोहणीय-पउरेणं । 9 अट्ट-वसट्टा अण्णे मरिऊणं थावरा होति ।। मय-लोह-मोह-माया-कसाय-वसओ जिओ अयाणतो । मरिऊण होइ तिरिओ णरय-सरिच्छासु वियणासु ।। को इत्थ होइ देवो विमाण-वासी य वंतरो अण्णो । 13 अण्णो भवण-णिवासी जोइसिओ चेव तह होइ ।। माणं णिरंभिऊणं तवं च चरिऊण जिणवराणाए । 15 कोइ तहिं चिय जीवो तियसिंदो होइ सग्गम्मि ।। अण्णे गणहर-देवा आयरिया चेव होंति अण्णे वि । 17 सम्मत्त-णाण-चरणे जीवा अण्णे वि पावंति ।। सयल-जय-जीव-वित्थर-भत्ति-भरोणमिय-संथुयप्पाणो । 19 भव्व-कुमुयाण ससिणो होति जिणिंदा वि के वि जिया ।। अण्णे मोहावत्तं दुह-सय-जल-वीइ-भंगुर-तरंग । 21 तरिऊण भव-समुदं जीवा सिद्धिं पि पावंति ।। तम्हा करेह तुब्भे तव-संजम-णाण-दसणेसु मणं । 1) P पंकिलेव, P जालोवरिगइलाउओ. 2) P क्कम for कम्म. 3) P adds य after इय. 4) J मि for वि. 6) J विसयुम्मत्ता, P सहमि for वहम्मि. 8) P reapeats मोह. 9) P होति for होइ. 13) P चेव तव होया. 14) P माणं निसुंमिऊणं. 15) J कोवि तहिं. 16) P inter. होंति & चेव. 18) P संठ्यप्पाणो. 19) P व for वि (first). 21) J पाविंति. 22) P तुम्हा for तम्हा.

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