Book Title: Kuvalaymala Part 02
Author(s): Chandraguptasuri
Publisher: Anekant Prakashan Jain Religious Trust

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Page 15
________________ (१८१) 1 (१८१) भगवया भणियं । ‘अत्थि विंझो णाम महीहरो । तस्स कुहरे __ विझवासो णाम संणिवेसो विसमंतो य । तत्थ पच्चंतिओ महिंदो णाम राया । 3 तस्स तारा णाम महादेवी । तीए पुत्तो ताराचंदो अट्ठ-वरिस-मेत्तो । एयम्मि अवसरे छिड्डण्णेसिणा बद्ध-वेराणुसएण कोसलेण रण्णा ओक्खंद दाऊण भेल्लियं 5 तं संणिवेसं । तहिं णिग्गदो महिंदो, जुज्झिउं पयत्तो, जुझंतो य विणिवाइओ। तओ हयं सेण्णं अणागयं तो पलाइउं पयत्तं, सव्वो य जणो जीव-सेसो 7 पलाणो । तत्थ तारा वि महादेवी तं पुत्तं ताराचंदं अंगुलीए लाइऊण जणेण समयं पलायमाणी य भरुयच्छं णाम णयरं तत्थ संपत्ता । तओ तत्थ वि ण9 याणए कस्स सरणं पवजामो । ण कयाइ वि कस्सइ अणिमित्तु थुइंकियं मुहं दिळं खलयणस्स । तओ तण्हा-छुहा-परिस्समुव्वेय-वेवमाण-हियया कत्थ 11 वच्चामि, कत्थ ण वच्चामि, किं करेमि, किं वा ण करेमि, कत्थ पविसामि, किं पुच्छामि, किं वा आलवामि, कहं वा वट्टियव्वं' ति चिंतयंती तरला सुण्णा 13 रण्ण-कुरंग-सिलिंबी विय अहिणव-प्पसूया णियय-जूह-भट्ठा वुण्ण-कायर___ हियविया एक्कम्मि णयर-चच्चर-सिव-मंडवे पविसिउं पयत्ता । खणेण य 15 गोयरग्ग-णिग्गयं साहुणीणं जुवलयं दिट्ठ । तं च दटूण चिंतियं तीए । 'अहो, एयाओ साहणीओ महाणुभागाओ धम्म-णिरयाओ वच्चंतीओ य पुरा मम 17 पेइयम्मि पूयणिज्जाओ। तत्थ ता इमाओ जइ परं मह सरणं काऊण अम्हारिसाण ___ गई' त्ति चिंतयंती पुत्तं अंगुलीए घेत्तूण समुट्ठिया, वंदियाओ णाए साहुणीओ 19 । आसीसिया य ताहिं, साणुणयं च पुच्छिया ‘कत्तो सि आगया'। तीए भणियं ‘भयवइओ विंझपुराओ । ताहिं भणियं कस्स पाहुणीओ' । तओ तीय भणियं 21 ‘इमं पि ण-याणामि' त्ति । तओ तीय रूव-लायण्ण-लक्खणादिसयं पेच्छंतीहिं __तं च तारिसं कलुणं भासियं सोऊण अणुकंपा जाया साहुणीणं । ताहिं भणियं ___1) P महिहरो, J कुलहरे for कुहरे. 2) J adds महा before संणिवेसो. 3) J तीय. 4) P छिदुमेसेणा, J ओखंद. 5) P से for तं, P सनिव्वेस, P निग्गओ, P om. य. 6) J पयत्तो, P जीयसेसो. 7) P जाणेण for जणेण. 9) P अणुमित्तथुडंकियं. 10) P •मुव्वेवमाण, J वेअमाणहिअविआ. 11) P om. कत्थ ण वच्चाभि किं करेमि, P om. ण before करेमि. 12) P आलसामि, Jom. तरला, P तरलारन्नकुरंगिसिलिंगी विय. 13) P पसूया. 15) P चिंतयंतीए. 16) P वच्चंतीय. 17) P पूणिजाओ, P om. ता, P अम्हारिसा गइ त्ति चिंतयतीए पोत्तं. 18) P तीए ताहिं भणियं धम्मलाभो त्ति for णाए साहुणीओ । आसीसिया य ताहिं. 19) साणुणयं च, J तीय for तीए. 20) P भयवईओ. 21) J ताहिं for तीय, P इमंमि न याणमि । तओ, P रुयलावण्णलक्खणाइसयं पेच्छयंतीहिं. 22) P भाणियं, P जाया जुणीणं.

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