Book Title: Jain Yog ka Aalochanatmak Adhyayana
Author(s): Arhatdas Bandoba Dighe
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 274
________________ सहायक ग्रन्थ-सूची (अ) अंगुनरनिकाय, प्रथम भाग, अनु, भदन्त आनंद कौसल्यायन, प्रका० महाबोधि सभा, कलकत्ता, ई० स० १९५७ अथर्ववेद-सेक्रेड बुक्स ऑफ दि ईस्ट, भाग ४२, मैक्समूलर, ऑक्सफोर्ड प्रेस, ___ लंदन, १८९७ अध्यात्मकमलमार्तण्ड, राजमल्ल, वीर सेवा मन्दिर, सरसावा, सन् १९४४ अध्यात्मतत्त्वलोक, न्यायविजय, हेमचन्द्राचार्य जैन सभा, पाटन, ई० स०१९४३ अध्यात्मोपनिषद, यशोविजय, केशरबाई ज्ञान भण्डार स्थापक, जामनगर, वि. सं० १९९४ अध्यात्मसार, यशोविजय, केशरबाई ज्ञान भण्डार स्थापक,,जामनगर, वि.सं. १९९४ अध्यात्मरहस्य, पं० आशाधर, वीरसेवामंदिर ट्रस्ट, दिल्ली, सन् १९५७ अध्यात्म विचारणा, पं० सुखलाल संघवी, गुजरात विद्यासभा, अहमदाबाद, ई०स० १९५८ अभिधर्मकोश, वसुबन्धु, काशी विद्यापीठ, वाराणसी, वि०सं० १९८८ अभिधान चिन्तामणि, हेमचंद्र, देवचंद्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार, सूरत, १९४६ अभिधान राजेन्द्रकोश, भा० १-७, विजयराजेन्द्र सूरि, अभिधान राजेंद्र प्रचारक ___ सभा, रतलाम, १९३४ (आ) आवारांगसूत्र, प्रथम श्रुतस्कन्ध, अ. भा. श्वे० स्था० जैन शास्त्रोद्धार समिति, सन् १९५७ आत्मसाक्षात्कार (मराठी); अनु० चंद्रकला हाटे, पाप्युलर प्रकाशन, बम्बई, १९६६ ई.. आत्मरहस्य, रतनलाल जैन, सस्ता साहित्य मण्डल, नई दिल्ली, १९४८ ई० आत्मानुशासन, गुणभद्र, जैन ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई, वि०सं० १९८६ आदिपुराण, ( महापुराण ) भा०१, जिनसेनाचार्य, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, सन् १९५१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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