Book Title: Jain Yog ka Aalochanatmak Adhyayana
Author(s): Arhatdas Bandoba Dighe
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi
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२४८
जैन योग का आलोचनात्मक अध्ययन
पंचाध्यायी, राजमल्ल, संपा० पं० देवकीनन्दन शास्त्री, गणेशप्रसाद वर्णी जैन ग्रन्थमाला, बनारस, वी० नि० सं० २४७६
पद्मनन्दि पंचविशति, अनु० बालचंद्र जैन संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर, सन् १९६२
परमात्मप्रकाश, योगिन्दुदेव, परमश्रुत प्रभावक मंडल, बम्बई, १९२७ परमार्थसार, अभिनवगुप्त, रिसर्च डिपार्टमेंट जम्मू ऐण्ड काश्मीर, सं० १९७३ प्रमेयरत्नमाला, अनु० जयचन्द्र, अनन्तकीर्ति ग्रन्थमाला समिति, बम्बई प्रवचनसार, कुन्दकुन्दाचार्य, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई, सन् १९३५ प्रवचनसारोद्धार ( भा० १-२ ), नेमिचन्द्रसूरि, देवचंद लालभाई जैन पुस्तकोद्धार, बम्बई, सन् १९२२
प्रशमरति प्रकरण, उमास्वाति, सं० राजकुमार जैन, परमश्रुत प्रभावक मंडल; बम्बई, सन् १९५०
प्रश्नोपनिषद् ( १०८ उपनिषद्, वा० ल० शास्त्री, प्रका० पांडुरंग जावजी बम्बई, १९३२
प्रत्यभिज्ञाहृदयम्, क्षेमराज, ऑकिओलाजिकल ऐण्ड रिसर्च डिपार्टमेंट, श्रीनगर, सन् १९११
प्रज्ञापनासूत्र, मलयगिरि, अनु० भगवानदास हर्षचन्द्र, शारदा भवन, जैन सोसाइटी, अहमदाबाद, सम्वत् १९९१
प्रज्ञापारमिता ( भा० १) हरिभद्र, सम्पा० बी० भट्टाचार्य, ओरिएन्टल इन्स्टिट्यूट, सन् १९३२
प्राभृतसंग्रह, कुन्दकुन्दाचार्य, कैलाशचन्द्र शास्त्री, जैन संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर, वि० सं० २०१६
पुरुषार्थसिद्धयुपाय, अमृतचन्द्र, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई, वी० नि० सं०
२४३१
पाहुडदोहा, रामसिंहमुनि, सम्पा० हीरालाल जैन, कारंजा जैन पब्लिकेशन सोसाइटी, वि० सं० १९९०
( ब )
बोधिचर्यावतार, शान्तिदेव, बुद्धविहार, लखनो, ई० स० १९५५ बौद्धदर्शन और वेदान्त, चन्द्रधर शर्मा, स्टूडेण्ट्स फेण्डस्, इलाहाबाद, सन्
१९४९
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