Book Title: Jain Yog ka Aalochanatmak Adhyayana
Author(s): Arhatdas Bandoba Dighe
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi
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सहायक ग्रन्थ-सूची
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सर्वार्थसिद्धि, पूज्यपाद, संपा० पं० फूलचंद्र शास्त्री, भारतीय ज्ञानपीठ काशी, सन् १९५५ सर्वदर्शनसंग्रह, माधवाचार्य, चौखम्भा प्रकाशन, वाराणसी, सन् १९६४ स्मृतियां (भा० १-२), संपा० रामशर्मा, संस्कृति संस्थान, बरेली, ... सन् १९६६ संयुक्तनिकाय, जगदीश काश्यप, महाबोधि सभा, सारनाथ, सन् १९५४ . सागारधर्मामृत (भाग १-२), पं० आशाधर, सरल जैन ग्रंथ भण्डार, जबलपुर, - वि० सं० २४८२ सांख्यकारिका, कृष्णमुनि, स्वामी नारायण ग्रंथमाला, वड़ताल, गुजरात, __सन् १९३७ स्वामिकार्तिकेयानुप्रेक्षा, संपा. डा० ए० एन० उपाध्ये, रायचन्द्र आश्रम
अगास, सन् १९६० स्थानांगसूत्र, संपा० घासीलाल जी महाराज, अ० भा० श्वे० स्थान जैन
शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट, १९६४-६५ सावयधम्मदोहा सुत्तनिपात, अनु० भिक्षु धर्मरत्न, महाबोधि सभा, सारनाथ, १९५१ सूत्रकृतांग (प्रथम खण्ड ), संपा० डा० पी० एल० वैद्य, मोतीलाल प्रकाशन,
पूना, १९२८ सेकोद्देशटीका (नाद पाद), ओरिएण्टल इस्टिट्यूट, बड़ोदा, १९४१
हठयोगप्रदीपिका, थिऑसॉफिकल पब्लिकेशन हाउस, अड़यार, सन् १९४९ हरिवंशपुराण, जिनसेनाचार्य, संपा०, पन्नालाल जैन, भारतीय ज्ञानपीठ,
काशी, सन् १९६२ हिन्दी विश्वकोश (भाग ९), नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी, सन् १९६७ हेमधातुमाला, गुणविजय, जैन ग्रंथ प्रकाशक समा, द्वितीयावृत्ति, अहमदाबाद, सन् १९३०
(क्ष) क्षरिकोपनिषद् (१०८ उपनिषद्), प्रका० पांडुरंग जावजी, बम्बई, सन् १९३२
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