Book Title: Jain Vidya ka Sanskrutik Avadan
Author(s): Ramchandra Dwivedi, Prem Suman Jain
Publisher: Adarsh Sahitya Sangh

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Page 12
________________ विषयानुक्रम १. राजस्थान और जैन साहित्य मुनि जिनविजय २. जैन विद्या का अनुशीलन डॉ० ० रामचन्द्र द्विवेदी ३. संगोष्ठी का सिंहावलोकन डॉ० प्रेम सुमन जैन ४. जैन विद्या और भारतीय संस्कृति डॉ० पी० एस० लांबा अनुवादक : डॉ० विष्णुराम नागर ५. भारतीय परम्परा को जैन विद्या का अवदान ( स्व ० ) डॉ० आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये अनुवादक : डॉ० विष्णुप्रसाद भट्ट ६. जैन कला एवं पुरातत्त्व प्रो० ० कृष्णदत्त वाजपेयी ७. जैनाचार्यों की शब्दविज्ञान को देन साध्वी संघमित्रा ८. जैनाचार्यों का व्याकरणशास्त्र को योगदान ( स्व ० ) डॉ० नेमिचन्द्र शास्त्री ६. जैन आयुर्वेद साहित्य : एक मूल्यांकन राजेन्द्र प्रकाश आ० भटनागर १०. आचार्य हेमचन्द्र और उनका काव्यानुशासन डॉ० मूलचन्द्र पाठक ३ Ε १६ २६ ३४ ३७ ४२ ६६ ७६

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