Book Title: Jain Tattva Darshan Part 05
Author(s): Vardhaman Jain Mandal Chennai
Publisher: Vardhaman Jain Mandal Chennai

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Page 83
________________ था कि यह नहर पृथ्वी को गोल नहीं वरन् सपाट मान कर बनानी है। बाद में सन् 1877 में ब्रिटीश पार्लियामेंट ने अपने पूर्व के नियम में संशोधन किया कि भविष्य में नहर एवं रेलवे जैसे निर्माण कार्य में ऐसे इंजीनियरों के टेण्डरों पर विचार किया जायेगा, जो पृथ्वी को सपाट मानते है।' यह नियम आज भी लागू है। ब्रिटेन का यह नियम पृथ्वी के सपाट होने का एक प्रमाण है। ई. सन् 1873 में ब्रिटेन के वैज्ञानिक डॉ. पेटेलेक्ष ने झेटेटीक एस्ट्रोनोमी नाम की पुस्तक लिखी। बेडफोर्ड नहर के किनारे कॉटेज बनाकर वें 9 महीने तक वहाँ रहे एवं सैंकड़ों प्रयोग किये। सैंकड़ों मील से सीधा देख सके ऐसा नहर में नाव, मस्तूल आदि को दूरबीन एवं अन्य उपकरणों की सहायता से किये गये प्रयोगों के परिणाम अपने जर्नल (पत्रिका) में लिखे हैं। (इसकी प्रतिलिपि अपने पास है) ___इन प्रयोगों से इस विद्वान ने प्रमाणित किया कि पृथ्वी की गोलाई का एक ईंच भाग भी इन प्रयोगों मे अवरोधक नहीं बना। पृथ्वी सपाट है तथा घूमती नहीं, वरन् स्थिर है। आधुनिक भूगोल में इस प्रयोग एवं निर्णय का उल्लेख क्यों नहीं है, यह एक आश्चर्य की बात है। D. चीन की दीवार क्या कहती है। यह चीन की दीवार का चित्र है। चीन की दिवार संसार की सबसे लम्बी दीवार है। यह ई.सन् पूर्व 425 अर्थात् आज से लगभग 2500 वर्ष पूर्व बनाई गई है। Xiogen तथा Zhao (मि.एक्स तथा

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