Book Title: Jain Darshan ke Navtattva
Author(s): Dharmashilashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 2
________________ प्राच्य विद्यापीठ, ग्रन्थमाला सं० १ पार्श्वनाथ विद्यापीठ, ग्रन्थमाला सं०- १३४ जैन दर्शन के नवतत्त्व लेखिका जैन साध्वी डॉ० धर्मशीला एम० ए०, पी-एच० डी० सम्पादक डॉ० सागरमल जैन प्रकाशक प्राच्य विद्यापीठ, शाजापुर (म०प्र०) पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी रिसर्च फाउण्डेशन फार जैनोलाजी, चेन्नई श्री गुजराती श्वे० स्था० जैन एसोसिएशन, चेन्नई Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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