Book Title: Hindi Jain Sahitya ka Bruhad Itihas Part 2
Author(s): Shitikanth Mishr
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 667
________________ ६४८ मरु-गुर्जर जैन साहित्य का बृहद् इतिहास महावीर स्तवन ३७५ मत्स्योदर कुमार रास ५३० महावीर गीत ३८० मत्स्योदर चौपइ २९४, २९६ महावीर सत्ताइस भव ४२२ मतिसागर रसिक मनोहर चौपइ महावीर सत्ताइस भव स्तवन २२८ महाशतक श्रावक सन्धि २४४ मदछत्तीसी २९५ महिपाल चौपइ ५९०, ५११।। मदनकुमार राजर्षि रास अथवा मंगलकलश रास ७३, १२२, ३७३ चरित्र २१७, २१८ __ मंगलकलश चौपइ या फागु ७५ मदन नरिन्द्र चरित्र २१७, २१८ मंगल गीत प्रबन्ध या पञ्चमंगल मदन शतक २१८ ४१९, ४२१ मधु कुमार मालति कुमारि चरित्र मन्दोदरी रावण संवाद ५४२, या मधुमालती री वार्ता १४८ ५४४, २३८, २४० . ., ... मध्याह्न व्याख्यान पद्धति ५६९ माधवानल कामकंदला १, १०६, मनकरहा रास ३१७ १०७ मनराम विलास ३४१ मालशिक्षा चौपइ ३५३ मनोरथ गीतम् ५१० मालवी ऋषिनी संज्झाय ६०४ . मनोहर माधव विलास अथवा मालीरास १७९, १८० . . माधवानल ६०८ मित्रचाड रास ४७९ मयणरेहा चौपइ ५७३ मिश्रबन्धु बिनोद ४१, ३५१, ५९७ मरुदेवी गीतम् ५१९ मुक्ति प्रबोध १०० मल्लिनाथ रास ५३ मुखवस्त्रिका विचार ५७८ मल्लिनाथ स्तवन २४९ मुगतिमणी चूनरी ३१६ । महापुराण कालिका २०१, ४९३ .. मुनिपति चौपइ ५७७, ५७९, २५७ महाबल रास ४४१ मुनिमालिका १४९ महावीर निर्वाणस्तवन (दीप- मुनीश्वरो की जयमाल १७९ मालिका महोत्सव १४० मुल्तान पार्श्व स्तवन ३८६ महावीर स्वामी नु २७ भव स्तव मूलदेव कुमार चौपइ १३४ . ४४४४९७ मूलदेव चौपइ १३१ महाभारत २२५ . मृगांक कुमार चौपइ २९१, २९२ महावीर पारणा ३५३ मृगांक पद्मावती रास ३५३ महावीर पञ्च कल्याणक स्तव मृगांक पद्मावती चौपइ २४१, २४३ महावीर लोरी ३५३ मृगांक लेखा चरित ३१८ ३५३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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