Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 2
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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कृति उपरथी प्रत माहिती कुल झे.पृष्ठ-९०, डीवीडी-५८/६० अङ्गारमर्दकाख्यान-(सं.)टीका
सं., गद्य, पातासंघवीजीर्ण ८८- पे.क्र.९, पृ. १२, उपदेशमाला, पार्श्वनाथाष्टक आदि अनेक ग्रन्थों के त्रुटक पत्र, त्रुटक
पे. नाम- अंगारमर्दकाख्यान सह टीका, पे. विशेष- यह कृति झे.पत्र ३३-३५ अन्तर्गत है. प्रत विशेष- नकामी., झेरोक्ष पत्र ८७ बेवडाएल छे.
कुल झे.पृष्ठ-९०, डीवीडी-५८/६० अङ्गारमर्दकाख्यान-(सं.)टीका
सं., गद्य, पातासंघवीजीर्ण ८८- पे.क्र.९, पृ. १२, उपदेशमाला, पार्श्वनाथाष्टक आदि अनेक ग्रन्थों के त्रुटक पत्र, त्रुटक
पे. नाम- अंगारमर्दकाख्यान सह टीका, पे. विशेष- यह कृति झे.पत्र ३३-३५ अन्तर्गत है. प्रत विशेष- नकामी., झेरोक्ष पत्र ८७ बेवडाएल छे.
कुल झे.पृष्ठ-९०, डीवीडी-५८/६० अजितनाथ चरित्र
आचार्य-देवानन्दसूरि, सं., पद्य, श्लोक१७३४, सर्ग७, आदि वाक्यः अर्हन् पादाम्बुजध्यानवर्जिता मोहवर्जितः... पुप्रे ४२१, पृ. ३०१, अजितनाथ चरित्र, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-३०१ अजितनाथस्तव तारणदुर्गमण्डन (तारणदुर्गमण्डन अजितनाथस्तव)
आचार्य-जिनसोमसूरि, सं., पद्य, का.८, आदि वाक्यः विजयाजितशत्रुनन्दन...
पाकाहेम १२३७७- पे.क्र.४, पृ. १, स्तम्भनकपार्श्वनाथस्तोत्र आदि, वि-१७मी, संपूर्ण अजितनाथस्तवन यमकबन्ध (यमकबन्ध अजितनाथस्तवन)
आचार्य-जिनप्रभसूरि, सं., पद्य, श्लोक२१, आदि वाक्यः विश्वेश्वरं मथितमन्मथ... पाताखेत ११- पे.क्र. ११, पृ. २३४-२४२, बृहत्सङ्ग्रहणी आदि १३ ग्रन्थो, वि-१२७८, संपूर्ण प्रत विशेष- झेरोक्ष पत्र १,८,३१,७४,९० कुल पांच पाना घटे छे.
कुल झे.पृष्ठ-११२, डीवीडी-६१/६३ पाकाहेम ११३०८ - पे.क्र. ३, पृ. २-३, अष्टभाषाबद्धनेमिजिनस्तवन आदि, वि-१६मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-९ पाकाहेम १२३१०- पे.क्र. १, पृ. १, अजितनाथस्तवन सावचूरि पञ्चपाठ यमकबन्ध आदि, वि-१६मी, संपूर्ण
पे. नाम- अजितनाथस्तवन यमकबन्ध सह (सं.)अवचूरि पंचपाठ पाकाहेम १२३४५- पे.क्र. १, पृ. १, अजितनाथस्तवन सावचूरि पञ्चपाठ यमकमय तथा वीरस्तव सटिप्पणी, वि
१५मी, संपूर्ण
पे. नाम- अजितनाथस्तवन सह (सं.)अवचूरि अजितनाथस्तवन यमकबन्ध-(सं.)अवचूरि (यमकबन्ध अजितनाथस्तवन-(सं.)अवचूरि )
सं., गद्य, पाकाहेम १२३१०- पे.क्र. १, पृ. १, अजितनाथस्तवन सावचूरि पञ्चपाठ यमकबन्ध आदि, वि-१६मी, संपूर्ण
पे. नाम- अजितनाथस्तवन यमकबन्ध सह (सं.)अवचूरि पंचपाठ पाकाहेम १२३४५- पे.क्र. १, पृ. १, अजितनाथस्तवन सावचूरि पञ्चपाठ यमकमय तथा वीरस्तव सटिप्पणी, वि
१५मी, संपूर्ण
पे. नाम- अजितनाथस्तवन सह (सं.)अवचूरि अजितनाथस्तवन यमकबन्ध-(सं.)अवचूरि (यमकबन्ध अजितनाथस्तवन-(सं.)अवचूरि )
सं., गद्य, पाकाहेम १२३१०- पे.क्र. १, पृ. १, अजितनाथस्तवन सावचूरि पञ्चपाठ यमकबन्ध आदि, वि-१६मी, संपूर्ण
पे. नाम- अजितनाथस्तवन यमकबन्ध सह (सं.)अवचूरि पंचपाठ

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