Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 1
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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स्थिति
ग्रंथांक: प्रत नाम
(पेटा नंबर).पेटा नाम कृति नाम
(भांता) भांडारकर ईन्स्टिट्युट-पूना भांडारकर ईन्स्टिट्युट-पूना (ताडपत्रीय) पूर्णता प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र
क्लिन/ओरिजिनल
डीवीडी (डीवीडी- भाषा परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य
झे.पत्र/झे.पत्र)
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष : कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कति प्रकार
छे. विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका./पत्र २ थी २५ खूटे छ... (२७.५४२, ५-७४)
विशेषावश्यकमहाभाष्य-शिष्यहिता
सं.
ग्रं.२८०००
: वि. ११७५
श्रीसिद्धार्थनरेन्द
वृत्ति
हेमचन्द्रसूरि मलधारी जीर्ण
विशेषावश्यकभाष्य
संपूर्ण
ताडपत्र
६७/७६(८६)
(जुनो नं. १८८०-८१/५६)सूचीपत्र-नं.१-११०५. ग्रंथ खराब छे. /गाथा-४३३६.. (२५४२, ४-६४)
विशेषावश्यकमहाभाष्य
जिनभद गणि
प्रा.
गा. ४३१४
क्षमाश्रमण
:श्रेष्ठ
:विशेषावश्यकभाष्य व्याख्यान सहित
संपूर्ण
: ताडपत्र
वि. ११३८
३३२
६७/७६(२३०)
(जुनो नं. १८८०-८१/५७)सूचीपत्र-नं.१-११०६. नंबर आडा अवळा छे...(२५.५४२... ५-७४).
विशेषावश्यकमहाभाष्य
: जिनभद्र गणि
:गा. ४३१४
पद्य
कोल्याचा
गं. १3900
कयपवयणप्पणामा वच्छ
विशेषावश्यकमहाभाष्य-वृत्ति : निशीथसूत्र
संपूर्ण
ताडपत्र
६७/७६(३०६)
। (जुनो नं. १८८०-८१/३५).
भद्रबाहस्वामी
गा./१२
जे भिक्ख हत्थकम्म
निशीथसूत्र
श्रेष्ठ
संपर्ण
ताडपत्र
६७/७६(१२)
(जुनो नं. १८८०-८१/३५)सूचीपत्र-नं.१-४३७.. (२६४२.,
भद्रबाहस्वामी निशीथसूत्र सह चूर्णि-उद्देशक १-श्रेष्ठ १०
:गा.८१२ ताडपत्र
:जे भिक्खू हत्थकम्म ३४१
प्रतिपूर्ण
६७/७६(३०८)
(जुनो नं. १८७२-७३/११३-११)भंडार-संदर्भाक-११३११४/७२-७३, सूचीपत्र-नं.१-४३८, १-४४५./पत्र२३९+१+१=२४१., (३२.५४२.५, ५-६४). (पे.पू. १०५:११५........ (पे. पृ. ११६-३४३).
भद्रबाहस्वामी.....प्रा........
गा.८१२
............
जे भिक्खू हत्थकम्म
पद्य
(पे.) निशीथसुत्र (पे.२) निशीथसूत्रचूर्णि निशीथसूत्र-विशेष चूर्णि
श्लोक २८०००
णमिऊण रहन्ताणं सिद्ध
: जिनदास गणि क्षमाश्रमण श्रेष्ठ
गं. १७८८४
निशीथसूत्रचूर्णि-उद्देशक-१-१०
प्रतिपूर्ण
ताडपत्र
वि. १३५९
:३२६
६८/७६(२४८)
(जुनो नं. १८८०-८१/३७)सूचीपत्र-नं.१-४४६.. (३०.५४२., ४-७)
प्रथमखण्ड
निशीथसूत्र-विशेष चूर्णि
णमिऊण रहन्ताणं सिद्ध
:जिनदास गणि क्षमाश्रमण
श्लोक २८००० ग्रं. १७८८४

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