Book Title: Gnata Dharmkathanga Sutra Part 01
Author(s): Nemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh

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Page 2
________________ V ITUTTTTTTTTTTTTTTTTTTTZ TTTIIIIIIITT TIITTIIIIIIIIIIIIIITITZ श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ साहित्य रत्न माला का ११६ वा रत्न रारारारारारारा ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र MIIIIIIIIIIIIIIII भाग १ .. (अध्ययन १ से ८) ल पाठ, कठिन शब्दार्थ, भावार्थ एवं विवेचन सहित) अनुवादक . प्रो० डॉ० छगनलाल शास्त्री एम. ए. (त्रय), पी. एच.डी., काव्यतीर्थ, विद्यामहोदधि महेन्द्रकुमार रांकावत बी.एस.सी. एम. ए., रिसर्च स्कॉलर सम्पादक नेमीचन्द बांठिया पारसमल चण्डालिया । -प्रकाशक श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर . शाखा-नेहरू गेट बाहर, ब्यावर-305901 20 (01462) 251216, 257699 फेक्स 250328 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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