Book Title: Dhyan Sadhna aur Siddhi
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 144
________________ ध्यानयोग : प्रयोग-पद्धति सांध्य - सत्र समय : लगभग सवा घंटा सांध्यकाल में संबोधि - ध्यान का अभ्यास करें। ध्यान की भावना हृदय में स्थापित करें । तन-मन को सहज विश्राम की स्थिति दें और आनन्द-भाव से प्रार्थना आदि सम्पन्न करते हुए ध्यान में प्रवेश करें । प्रार्थना Jain Education International १० मिनट तीन बार नवकार मंत्र का सस्वर सामूहिक पाठ करें, पंच-परमेष्ठि की अंतर्दशा का ध्यान करते हुए— नवकार महामंत्र णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, १३३ णमो आयरिया, णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्व साहूणं । एसो पंच णमुक्कारो, सव्व पावप्पणासणो । मंगलाणं च सव्वेसिं, पढमं हवई मंगलं । For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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