Book Title: Dhatu Parayan
Author(s): Hemchandracharya, Munichandravijay
Publisher: Shahibaug Girdharnagar Jain S M P Sangh

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Page 458
________________ ४१४] पवम परिशिष्टम् कुन्था ८,४२ कुषाकु ८,५८ उ. कुन्थितृ. ८,४२ कुषीतक ८,५८ उ. कुन्थु ८,४२ च, उ. कुष्ठ ८,५८ उ. कुन्द १,७४० उ. कुष्ठल १,९७६ कुष्य १,३३२।३,४९ कुसित ३,७७ उ. कुमार १,७८९ उ.। ९,३४५ ।। कुसितायी ३,७७ कुसुम ३,७७ उ. कुमारघातिन् २,४२ कुसुम्भ १,३७७ (उ.) कुमारभृत्या २,८२ कुस्मना ९,२७१ कुमुद १,७२६ कुस्मायितृ ९,२७१ . कुम्बा १,३६८।९.११० कुस्मित् ९,२७१ कुरर ५,७७ उ. कुस्मिति ९,२७१ कुख ५,७७ उ. कुस्मतव्य ९,२७१ कुरु १,८८८ उ.1 ५,२० उ. कुस्मेतृ ९,२७१ कुरुचर. १,४१० कुहक ९,३७४ कुरुचरी १,४१० कुहना ९,३७४ कुरू १,८८८ कुहा ९,३७४ कुर्दन १,१४९ कुहु ९,३७४ उ. कुल १,९८१ कुहुक ९,३७४ उ. कुलटा १,२१० उ. कुहू ९,३७४ उ. कुलदमन ३,८८ कृच १,५९० उ. कुलव ५,१३० उ. कूचवार ४९ कुलाल १,९८१ उ.९,२७५ च कूची १,५९० उ. कुल्मल ३,६० उ. कूज १,१५१ कुवल १,८०७ (उ.) कूजित १,२७२ कुवली १,८०७ (उ.) कूट ९,२५४,२९३ कुवितृ ५,१४९ कूणि ९,२५७ [उ.] कुश ३,६० (उ.) कूप १,५९० उ. कुशल ३,६० उ. कूर्च ५,२० उ. कुशा ३,६० कूर्चक ५,२० उ. कुशी ३,६० कूचिका ५,२० उ. कूदित १,७३३ कूर्प ५,२० उ. कूल १,४२३ कूलङ्कषा १,५०७ कूलमुद्रुज ५,३६ कूलमुबह १,९९६ कूलितृ १,४२३ कूवर १,५९० उ. कृक १,८८८ उ. कृकवाकु २,३८ उ. कृच्छ्र ५,११ उ. कृडितृ ५,१२९ कृण्वितृ ४,२५ कृत् ५,११ . कृति १,८८८ कृत्तिका ५,११ उ.६,१८ उ. कृत्य १,८८८ कृत्या १,८८८ उ. कृत्रिम १, ८८८ . कृत्स्न ५,११ उ. कृपण १,१००९ उ.९,३२३ कृपणा ९.३२३ कृपा १,१००९। ९,३२३ कृपीट १,९५९ उ. कृमि १,८८८ उ. कृमुक १,३८५ उ. कृवि १,८८८ उ. कृश ३,६४ च (उ.) कृशवत् ३,६४ . कृशानु ३,६४ उ. कृषक १,५०६ उ.५,५ उ. .

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