Book Title: Dhatu Parayan
Author(s): Hemchandracharya, Munichandravijay
Publisher: Shahibaug Girdharnagar Jain S M P Sangh
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शब्दसूचिः
कृषि १,५०६ उ. १५,५ उ.
कृषिक १,५०६ उ. १५,५उ.
कृष्टपच्य १,८९२
कृष्टि ५,५ उ०
कृष्ण १,५०६ उ. १५,५.उ.
कृसर १,८८८ उ.
केकय १,९१७ उ.
केतकी १, २८६
केतन १,२८६ केतु १,९१७ उ.
केपितृ १,७५५
केरड ५,२० उ.
केलि १,४४५. । ५,८६ उ. । ९,१३० उ. केलिकिल ५,८६ उ..
केलित १,४४५ ।५,८६
केवल १,८२० उ. केश ३,१३३. उ. । ८,५० उ.
कैलिकिल ५,८६ उ..
कोक १,६१९ ( उ० )
कोकितु १,६१९ कोकिल १,६१९ उ. कोच १,९६१ कोचितृ १,९६१
कोटर ५,११२ उ.
कोटि ५,११२ उ
कोण ५,५२३
कोणितृ ५,५२ कोट १.५९० । २,२८
कोथ ३,१०८. कोथितृ ३,१०
कोथूम ३,१० उ.
कोप ३,४८
कोपन ३,४८
कोपिट ३,४८
कोमल १,७८९ उ.
कोरितृ ५,७७
कोल १,९८१-२
कोलित १२,९८१
कोश ३,६०
कोशिट ३,६०
कोशी ३,६०
कोषितृ ८,५८
कोष्ठ ८,५८ उ.
कोसितृ ३,७७ [ कौरव्य १,८८८ ]
वनवितृ ८८
क्नसितृ ३,२७ च.
क्नूषित १,८०२
कमर १,४०६
ऋतु १,८८८ उ.
कदा १,१००७
कन्दम् १,१००७
कन्दा १,२००७
कपितृ १,१००९
क्रम १,३८५ च
कमुक १,३८५ उ.
क्रय
८,१
ऋयिक ८१ उ.
कय्या ८,१३
क्रव्याद् २,१
क्रव्याद २,१
कष्ट्ट १,५०६ /५,५
क्रान्तुम् १,३८५ उ.
क्रान्दम् १,१००७. क्रिमि १,३८५ उ०, ८८८ उ. क्रिया १,८८८
क्रीडा १,२४३
कीत्रिम ८, १
क्रुञ्च् १,१०१
कुचा १,१०१.
क्रुध् ३,४१
कुश १,९८६
कुश्वन १,९८६ उ.
क्रूर ५,११ उ. क्रेणि ८,१ उ. क्रेतृ ८,१
क्रेय ८१
क्रोड ५,२० उ.
कोट ३.४१
क्रोधन ३,४१
क्रोश १,९८६ च
[ ४१५
कौटु १,९८६ उ.
कोष्ट १,९८६
कौञ्च १,१०१
क्लदा १,१००८
क्लन्दम् १,१००८
क्लन्दा १,१००८
कलम ३,९४
क्लमितृ ३,९४ क्लमन ३,९४
क्लान्दम् १,१००८
क्लिन्दित १,७२५

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