Book Title: Bruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 03
Author(s): Udaychandra Jain
Publisher: New Bharatiya Book Corporation

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Page 437
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra बृहद् संस्कृत-हिन्दी शब्द कोश निर्णिक्ता पोषक (पक्ष में युद्ध )। निर्याण-अपांग प्रदेश आंख के कटाक्ष का निकटवर्ती प्रदेश, दोह निर्वापणी- सुखकारिणी संतोषदायिका । निर्विण्ण विरक्त निर्वृत- समाप्त | निर्वृति निर्वाण मोक्ष निवात- वायु के संचार से रहित । निशान तीक्ष्ण करना। निर्वृति-सुख निर्वृति-समाप्ति । निरारेका सन्देह रहित। निरारेका संदेह रहित। निरोति- अतिवृष्टि, अनावृष्टि, भूषण, शलभ, शुक और निकटवर्ती शत्रु राजा इन छह ईतियों से रहित । निलिम्प देव। निःश्रेयस मोक्ष। निःश्रेयस - मोक्ष | निष्क्रम-निकलना। निष्क्रमण-दीक्षा धारण करना। निषङ्ग-तरकश । निष्ठयूत थूका हुआ। निष्ठा समाप्ति | आस्था www.kobatirth.org निष्ठितायु- जिसकी आयु पूर्ण हो चुकी है मरणोन्मुख । निष्ठितार्थ- कृतकृत्य । निष्प्रवीचार- मैथुन रहित। नीकाश सदृश । नीड-आश्रय नीहारांशु चन्द्रमा नैगम वैश्य। ०नय विशेष नैर्ग्रन्थी- दिगम्बर मुनि सम्बन्धी नै: संगी- दिगम्बर मुनि सम्बन्धी । प पङ्कजवासिनी लक्ष्मी पञ्चकल्याण- १. गर्भ, २. जन्म, ३. तप, ४. ज्ञान, ५. निर्वाण । पञ्चब्रह्मन्- १. अरहन्त, २. सिद्ध ३ आचार्य, ४ उपाध्याय, ५. साधु । पञ्चयन्ती विस्तार करती हुई। १२९० विशिष्ट शब्द पञ्चाश्रर्य- १. रत्नवृष्टि, २ पुष्पवृष्टि, ३. गन्धोदकवृष्टि, ४. मन्दसुगन्धित पवन और ५. 'अहोदानं अहोदानं' की ध्वनि । * पटवास- कपड़ों को सुवासित करने वाला चूर्ण | पटविद्या- विषा पहरण विद्या । पणव- वाद्य विशेष । पतत्पति-पक्षियों का स्वामी गरुड़ पतिब्रुव अपने को झूठ ही पति बतलाने वाले पत्र- पत्ते, पक्ष में वाहन । पत्रिन् पक्षो पदशास्त्र-व्याकरणशास्त्र । पद्मविष्टर पद्मासन। पद्मा लक्ष्मी पद्माकर कमलों से सुशोभित तालाब कमलवन। पयस्विनी - दूध देने वाली गाय । पयोधर - मेघ । परचक्र- परराष्ट्र । पर्जन्य- मेघ । — - Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir परासुना-मृत्यु | परिक्रम- नृत्य काल में पाद विक्षेप अथवा फिरकी लगाना । परिक्रम- पदविन्यास । परिगति- प्रदक्षिणा । परिणत पके हुए। परिणेता विवाह करने वाले अथवा परि उपसर्गपूर्वक नी ध परिष्वक्त- आलिंगित । पल्वल - छोटा तालाब । तु का लुदलंकार का रूप विवाह करेंगे। For Private and Personal Use Only पाकसत्त्व-क्रूर पशु । पाणविक - पणवाद्य को बजाने वाला। पादात पैदल सैनिकों का समूह। पाप्मा-पापी पार्थिव - वृक्ष, पक्ष में, राजा पृथिव्यां भवाः पार्थिवा वृक्षा: पृथिव्या अधिपाः पार्थिवा राजानः । पार्थिवकुंजर श्रेष्ठ राजा । पारदृश्वरी पार को देखने वाली। - - पार्वण - पूर्णिमा का । पार्ष्णि एडी। पिठर-स्थाली-बटलोई।

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