Book Title: Bruhad Gaccha ka Itihas
Author(s): Shivprasad
Publisher: Omkarsuri Gyanmandir Surat
View full book text
________________
२४८
बृहद्गच्छ का इतिहास (१७६) वासुपूज्य-पंचतीर्थी :
सं० १५०५ वर्षे फागु० वदि ७ बुध दिने उप०सा० धागा भार्या सुहागदे ध --------- भा० सूमलदे पुत्र उलल भा० मूलसिरि सहि० पित्रोः श्रेयसे श्रीवासुपूज्य बिंबं का०प्र० श्रीअमरचंद्रसूरिभिः । (१७७) सुमतिनाथ-पंचतीर्थी :
सं० १५०६ वैशा(ख) सु० ८ भूमे उ० मंडलेचा गोत्रे सा० डूदा भा० रंगादे पु० जपुता तासर जइता भा० जिणमादे खे -------- भा० तारादे पु० अमरा श्रे० सुमतिनाथ बिंबं का०प्र०बृ०ग० पुण्यप्रभसूरिभिः । (१७८) चन्द्रप्रभ-पंचतीर्थी :
॥ संवत् १५०६ वर्षे फागुण सुदि ३ रवौ ओसवाल ज्ञातीय दूगड़ गोत्रे सा० खेतात्मज सं० सुहड़ा पुत्रेण स० सहजाकेन । सा० खिल्लण पु०सा० खिमराज युतेन पितामही माथुरही पुण्यार्थं श्रीचन्द्रप्रभ बिंबं का०प्र०बृ० गच्छे श्रीमहेन्द्रसूरि श्रीरत्नाकर
सूरिभिः ।
(१७९) मुनिसुव्रत-पंचतीर्थी :
॥ सं० १५०७ वर्षे जेठ सु० १० सोमे उ०ज्ञा०सं० साता भा० माल्हणदे पु० नइणा भा० मेहिणि पु० हांसा नापु स० पितृ श्रे० श्रीमुनिसुव्रतबिंबं का०प्र० श्रीबृहद्गच्छे भ० श्रीवीरचंद्रसूरिभिः ॥ (१८०) विमलनाथ-पंचतीर्थी :
॥ ॐ ॥ संवत् १५०७ वर्षे मार्गसिर सुदि ६ शुक्रे उपकेशज्ञातीय जावड़गोत्रे सं० धणसीह भार्या दादह वीसल भार्ता (भ्राता) महिपाल पु० नगराज साधो आत्मपुण्यार्थं श्रीविमलनाथबिंबं का०प्र० श्रीबृहद्गच्छे श्रीसागरसूरिभिः॥
१७६. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, वही, लेखांक ८४५. १७७. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, वही, लेखांक ८९९. १७८. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, वही, लेखांक ९०५. १७९. भण्डारस्थ प्रतिमा, चिन्तामणि जी का मंदिर, बीकानेर, वही, लेखांक ९१७. १८०. चन्द्रप्रभ जिनालय, आमेर, प्र०ले०सं०, भाग १, लेखांक ४१९.
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298