Book Title: Bruhad Gaccha ka Itihas
Author(s): Shivprasad
Publisher: Omkarsuri Gyanmandir Surat

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Page 262
________________ बृहद्गच्छीय लेख समुच्चय (२०२) आदिनाथ- पंचतीर्थी : संवत् १५१९ वर्षे पौष वदि ५ शुक्रे उ०ज्ञा० कूकूलोलगोत्रे महं० गोपालपु० जावडभा० २ संपूरी जीवादेपु० अदाहरराज सोमाएतैः मं० जावडनिमित्तं पितृनिमित्तं श्री आदिनाथबिंबं का०प्र० बृहद्गच्छे श्रीजयमंगलसूरिसं० श्रीकमलप्रभसूरिभिः शुभं भवतु ॥ (२०३) शीतलनाथ चौबीसी - पंचतीर्थी : ॥ ए सं० १५१९ वर्षे माघ सुदि ९ शनौ उ०ज्ञा० धनणिया गोत्रे भ० पीमा गोपा माला पोमादे पु० षेतामाता वेला भा० पूजलदे सहितेन स्वपुण्यार्थं श्रीशीतलनाथ बिं० का०प्र० श्रीबृहद्गच्छे श्रीजयमंगलसूरीणां शिष्ये । श्रीहेमचंद्रसूरिपट्टे श्रीकमलप्रभसूरिभिः श्री पत्तन । ऊचीशेरी वास्तव्य ॥ ॥ ( २०४) अनन्तनाथ- पाषाण संवत् १५- सुदि १० सोमे ऊकेशवंशे वरहुडीयागोत्रे सा० अमरा पुण्यार्थं दूसल पु०सा० खीमा पु०सं० सहजा पुण्यार्थं श्री अनन्तनाथबिंबं कारितं प्रतिष्ठितं श्रीबृहद्गच्छे श्रीरत्नाकरसूरिपट्टे श्रीमुनिनिधानसूरिभिः -1 २५३ ➖➖➖➖➖➖ (२०५) आदिनाथ- पंचतीर्थी : संवत् १५२० वर्षे वै० सुदि ५ भौमे श्रीज्ञातीय श्रीपल्हयउ गोत्रै सा० भीषात्मज सा० घेल्हा तत्पुत्र सा० सांगा प्रभृतिभिः स्वपितृ पुण्यार्थं श्री आदिनाथ बिंबं कारितं बृहद्गच्छे श्रीरत्नप्रभसूरिपट्टे प्रतिष्ठितं श्री महेन्द्रसूरिभिः ॥ (२०६) संभवनाथ - पंचतीर्थी : ॥ सं० १५२१ आषाढ़ वदि १३ उप० ज्ञातीय गुहउचागोत्रे मं० भडा भा० गांगी पु० देल्हा हेमादेल्हा भा० चनकू पु० दीता हेमा भा० अमरी पु० दूल्हा सहि० मं० भडानि० श्रीसंभवनाथबिंबं का०प्र० श्रीबृहद्गच्छे श्रीहेमचन्द्रसूरिभिः श्रीः ॥ Jain Education International २०२. पद्मप्रभ का मंदिर, दलाल का टेकरा, खेड़ा, जै०धा०प्र०ले० सं०, भाग २, लेखांक ४३७. २०३. शामला पार्श्वनाथ मंदिर, लाम्बाशेरी पोल, अहमदाबाद; J.I. I. A No. 462. २०४. भण्डारस्थ प्रतिमा, शांतिनाथ मंदिर, नाकोड़ा, नाकोड़ा श्री पार्श्वनाथतीर्थ, लेखक- विनयसागर, लेखांक ६५. २०५. संभवनाथ जी का मंदिर, अजमेर, जै०ले०सं०, भाग १, लेखांक ५५९. २०६. पंचायती मंदिर, जयपुर, प्र०ले०सं०, भाग १, लेखांक ६१६. For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org


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