Book Title: Bhajanpad Sangraha Part 03 Author(s): Buddhisagar Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal View full book textPage 6
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १ भजनस्तवन पद संग्रह भाग त्रिजानी अनुक्रमणिका. विषय. पत्र. पद्मप्रभु स्तवनम् ४४ वर्तमान चोविशी.. १-१७ | मोहस्वाध्याय विहरमान विशी. १८-२८ खटपट त्याग स्वाध्याय १५ सीमंधर स्तवन. २८ असार संसार स्वाध्याय ४६ सीमंधर स्तवन. वर्तमानकाल सुधारो ४६ सिदाचलस्तवन. २९ | आत्मप्रेमानन्द स्थुलिभद्रनी सज्जाय. ३१ | मंगल हृदयस्फुरणा स्वाध्याय. ३४ आत्मज्ञान. अन्तर प्रदेशमा उतरेली | गुरुश्रद्धा. वृत्तिना उद्गार स्वा- . स्याद्वादमार्ग ध्याय. चिदानन्द रहेर घटमा १६ कपटनी स्वाध्याय. ३५ | विनयखरूप शिक्षा सज्जाय... ३६ | परमार्थवाणी जगत् मुसाफरखानु. धर्मसूत्रमा स्वार्थत्याग विषय विकारजय स्वा. आत्मज्ञानिना उद्गार . ध्याय. ३७ आत्मदेशमा अनन्तमुख ७० सिद्धसमानभावनानी देहनगर सज्जाय. ३८ रीस अनुभव सज्जाय. ३८ चिन्ता . स्वचेतनशक्ति सज्जाय. ३९ धर्मरहस्य बोधक आत्मरमणता स्वाध्याय. ३९ प्रासंगिक बोष. उपयोग स्वाध्याय. ४० मायाखरूप मभुनी प्राप्ति स्वाध्याय. ४१ अनुभव. कलियुगना शेठीयाओ ११ द्रव्यभाव विहार श्री सिद्धाचन स्तवन ४३ | सत्यबोध 389658 , For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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