Book Title: Bhajanpad Sangraha Part 02 Author(s): Buddhisagar Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal View full book textPage 5
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir . . .. M भजनपदसंग्रह भाग बीजानी अनुक्रमणिका. विषय- नाम. पत्रम् आत्माने स्वस्वरूपोपदेश ३४ नवपदस्तुतिः १-१० संसारनी असारता उपदेशछंद ११-१७ स्वार्थ स्वरूप मुख दुःखमां समभाव१७-१९ परमार्थ स्वरूप वचनामृत १९ ब्रह्मचर्य नीति वचनामृत २०-२१ सत्यमाहिमा विनयामृत २२ दान महिमा गुरुविनय २२ कपटस्वरूप मित्रलक्षण २३ उपकार महिमा आत्माने स्वरूप रमणतानी प्रभातियुं प्रेरणा २४ प्रभातियुं बीजं व्यवहार धर्मनी महत्ता २५ योगमहिमा व्यवहार धर्म महत्ता २५ आत्माने सत्य शिक्षा ब्रह्मस्वरूपोपदेश २६ आत्म व्यान महिमा आत्माने जागृति भावना आत्माने हित शिक्षा उपदेश २७ ज्ञान स्तुतिः दयामां सर्व धर्मावतार २८ उज्ज्वलध्यान धर्म प्रभाव २. श्रीमहावीर प्रभु स्तुति ४९ भक्ति माहात्म्य ३० श्रीवर्धमान जिनस्तुति ५१ आत्म प्रभुनी स्तुतिः ३१ सद्गुरु स्तुति निद्रा त्याग ३२ आत्माने अलखदेशोपदेश ५२ शुद्ध चेतवणी उपदेश ३३ : जीवने चेतवानो उपदेश ५३ हार नहि ३४ समाधि ४ 0 ४८ For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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