Book Title: Anekant 1962 Book 15 Ank 01 to 06
Author(s): A N Upadhye
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 315
________________ अनेकान्त नवागढ़ को जैन मूर्तियाँ चर्मकार के प्रांगन से प्राप्त तीर्थकर प्रतिमा का छत्र जिस पर सकलश गज और एक अन्य जिन बिम्ब स्पष्ट है । ऊमरी (टीकमगढ़) । . युगादिदेव प्रादिनाय, संग्रहालय नवागढ़ मोयरे में विराजमान श्री अरहनाथ (नवागढ़ क्षेत्र)

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