Book Title: Agam aur Tripitak Ek Anushilan Part 2 Author(s): Nagrajmuni Publisher: Arhat Prakashan View full book textPage 6
________________ प्रकाशक: बिमलकुमार जैन साहित्य मंत्री, अर्हत् प्रकाशन संचालक-प्र० भा. जैन श्वे. तेरापंथी समाज ३६६-३६८, तोदी कॉर्नर, ३२, इजरा स्ट्रीट, कलकत्ता-७००००१ प्रथम संस्करण : दीपावली, संवत् २०३९ १५ नवम्बर १९८२ पृष्ठ संख्या ७३५ मूल्य : १००)०० रु० सज्जा एवं प्रूफ-संशोधन : मुहरसिंह जैन रामचन्द्र सारस्वत मुद्रक : मेहता फाइन आर्ट प्रस २०, बालमुकुन्द मक्कर रोड, कलकत्ता-७०० ००७ हरलालका आर्ट प्रिंटर्स ४२, पथरिया घाट स्ट्रीट, कलकत्ता-७००००६ Jain Education International 2010_05 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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