Book Title: Agam aur Tripitak Ek Anushilan Part 2
Author(s): Nagrajmuni
Publisher: Arhat Prakashan

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Page 5
________________ आगम और त्रिपिटक : एक अनुशीलन [ खण्ड २ : भाषा और साहित्य ] लेखक: राष्ट्रसन्स सुनिश्री नगराजजी डी० लिट्० भूमिका : राष्ट्रसन्त उपाध्याय श्री अमर मुनिजी एक अवलोकन: डा0 प्रभाकर माधवे निदेशक : भारतीय भाषा परिषद्, कलकत्ता भू० पू० अध्यक्ष : साहित्य अकादमी, नई दिल्ली सम्पादक: स्व० उपाध्याय मुनिश्री महेन्द्रकुमारजी 'प्रथम' प्रकाशक : अर्हत् प्रकाशन संचालक-अ० भा० जैन श्वेताम्बर तेरापंथी समाज ३६६-३६८, तोदी कॉर्नर, ३२, इजरा स्ट्रीट, कलकत्ता-७०० ००१ ____Jain Education International 2010_05 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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