Book Title: Agam Sudha Sindhu Part 09 Author(s): Jinendravijay Gani Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala View full book textPage 4
________________ PRERRRRRRRRRY 27 ॥अम॥ श्री मद गणधर देव निर्मितं // श्रीनिशीथसूत्रम् // ॥अथ प्रथमोद्देशकः॥ भाष्ये पी ठिकागाथा 486 प्रनिता १०॥जे भिकर हत्यकम्मं करेह करतवा साइजइ५५१ // सूत्र १॥जे भिस्व अङ्गादाणं कोण या किलिञ्चेण वा अगुलियाए वा सलागाए वा सचालेइसं. चालत वा साइज 506 // सू०२॥ मे भिक्खू अंगादाणं संबाहेजवा पलि महेज वा संवाहंत वा पमद्दत वा साइज३॥०३॥जे भिक्खू अंगादाण तेल्लेण वा घएणवा वसाएवा नवणीएणवा अब्भगेजवा मकवेज वा अभंगंतवा मक्खतवा साइजहासू०४॥ जेभिवरलू अगावाणं कक्केण वा लोडेणवा परमचुण्णेण वा हाणेण वा सिणाणे णवा धुण्योहिवा अण्णे हि वा उव्वद वा परिवठूइवा उव्वदृत वा परिवहतवा साइअ॥५० . ॥जे भिकरवू अगादाण सीओदगविथडेगावा उसिणीदगविथडेण वा पुच्छोलेजवा पधोएज्ज वा उच्छोलतवा पधोबत वा सारंजइ.५०६५ जे भिम्खू अगादाण नि छल्ले इवा निचल्लत वासाइज३॥५०॥ जेभिक्खू अभादाणं जिघइजिघतवा साइजइ.५९० // 20 // जेभिक्यू अगादाण अन्नयरंसि अचित्तास सोयन्ति अगुपवसेत्ता सुक्कपाशाले निधाय निधायत वा साइज्जइ.६०३ // 09 // जे भिकरबू सचित्तपढदिय गध जि०घ जिघत वासाइज 608 // 0 10 // जे भिक्खू पयः मग वा सकम वा अवलवणं वा 619 // सू०१४॥ जे भिक्यू दगवणिय / 626 // 012 // जे भिक्खू सिक्कगं वा सिक्कगणंतगं वा 651 // 2013 // जे / भिक्खू सोत्तियंवा रज्जुथवा चिलिमिणिवा'६५४ // 2014 // भिक्यू'. सूइए। सू०१५॥ पिप्पलगरस।। सू०१६।। न हछेयणगस्स // 10 / / / RRESSESPage Navigation
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