________________ [20] श्री आगम नवमोविभागः विसर पविसंत वा साइज 031 जे भिरयू रायन्तेपुरियं वएज्जा आउमी। रायतेउरिए ! नो खलु अम्ह कप्पइ रायन्तेपुर निस्वमित्तए वा पनि सि. तए वा इमाह तुम पडिगह हाथ रायती पुगी असणं वा निहरियं आहटु दलवाहि' जे तं एवं वय वयं वा साइज३ // 0 // भिल्ल्यू यण रायलेरिया वारज्जा आरसन्तो समणा जी खलु तुज्य कय्यद रायंतेपुर निम्खमित्तए वा पर्मिसत्तर वा आहत्य पगिहा आयु अहं राधते पुराओ असणं बा 4 णीहरिय आहटु दलयामि' जे एवं पर्डि: सुणे परिसुणनं वा साइज्जइ 29 // 0 // जे मिक्स्य रन्नो आव मुडाभितिताणं दुबारियभत्तं वा पसुभत्तं वा भयगभत्तं वा बलभत वा कयगमतवा हाभतं वा गयभत्त वा कन्तारभत्तंबा इन्भिनवभतंवा दुकालभत्तंवा मगभत्तं वा गिलाणभत्तं वा वदलियाभतं वा पाहणणभत्तं वा पडिगाछे पडिगाहंन वा साइजइ 36 / 06 // जे भिक्खू रण्णो वत्तियाण आव मुलाभिमित्ताणं इमाई छवोसाययणा अमाणित्ता अपुच्छिय भगवेसियर चउरायपञ्चराथाओ पिण्उवायपडियाए निक्रवमह वा पविसइ वा निकरवमंतं वा पविसंत वासाइजइ, जहा- कोडागारसालाणिवा भण्डागारसालाणिवा पाणसालाणिवा खीरसालाणि वा मसालाण वा महागमसालाणिवा 52 // 20 // जे भिकरयू रण्णो जाव मुदाभिसित्ताणं अगछमाणाण वा निघमाणाण वा ! // 0 // जे भिकाबू इत्थीओ सव्वालंकारविभूमियामी पदमवि चकपदसणपडियाए गच्छद वा अभिसंधारे बागच. न्तं वा अभिसंधारेत वा साइज // 209 // जे भिक मसरवायाण या मरधखायाण ना धविरवायाण वा बहिथा निग्गया| असणं वा 4 आन साइजह // 2010 // जे भिक्ख अन्नयर उवही समीहिय पहाए तीसे परिसाए अणुट्टियाए अभिन्नाए अव्वोरिछनाए जे ते अन्न परिगाहेइ पटिशात वा साइज,भह पुण एवं जाणेला ‘इन राया खत्तिए परिसिए' जे भिख तो निहाए ताए पएसाए ताए उवासनराए वा बिहारं वा करेसज्झार्यवा आव कहतं वा साइजद६॥०॥ जे भिक्षु णो वत्तिाधार्ग जाव अभिसित्ताणं बहिथाजत्तासंठियाणं असणं वा पडिगार्ह पाउँगाहसंवा साइज ॥सू०१२॥ बहिथाजत्तापडिमियत्ताणं // 013 // एवं गईजता पहियाणं