Book Title: Agam 35 Bruhatkalpa Sutra Hindi Anuwad Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar Publisher: Dipratnasagar, Deepratnasagar View full book textPage 3
________________ आगम सूत्र ३५, छेदसूत्र-२, 'बृहत्कल्प' उद्देशक/सूत्र ४५ आगम वगीकरण क्रम क्रम | आगम का नाम आगम का नाम सूत्र ०१ आचार अंगसूत्र-१ ०२ सूत्रकृत् अंगसूत्र-२ ०३ | स्थान ०४ समवाय ०५ | भगवती । २५ । आतुरप्रत्याख्यान २६ । | महाप्रत्याख्यान २७ भक्तपरिज्ञा २८ | तंदुलवैचारिक २९ संस्तारक ३०.१ गच्छाचार ३०.२ चन्द्रवेध्यक ३१ | गणिविद्या ३२ । देवेन्द्रस्तव ०६ अंगसूत्र-३ अंगसूत्र-४ अंगसूत्र-५ अंगसूत्र-६ अंगसूत्र-७ अंगसूत्र-८ अंगसूत्र-९ ज्ञाताधर्मकथा ०७ ०८ अंगसूत्र-१० | वीरस्तव अंगसूत्र-११ ३४ | निशीथ उपागसूत्र-१ ३५ उपांगसूत्र-२ पयन्नासूत्र-२ पयन्नासूत्र-३ पयन्नासूत्र-४ पयन्नासूत्र-५ पयन्नासूत्र-६ पयन्नासूत्र-७ पयन्नासूत्र-७ पयन्नासूत्र-८ पयन्नासूत्र-९ पयन्नासूत्र-१० छेदसूत्र-१ छेदसूत्र-२ छेदसूत्र-३ छेदसूत्र-४ छेदसूत्र-५ छेदसूत्र-६ मूलसूत्र-१ मूलसूत्र-२ मूलसूत्र-२ मूलसूत्र-३ मूलसूत्र-४ चूलिकासूत्र-१ चूलिकासूत्र-२ उपांगसूत्र-३ ३७ उपांगसूत्र-४ उपासकदशा अंतकृत् दशा ०९ अनुत्तरोपपातिकदशा १० प्रश्नव्याकरणदशा ११ विपाकश्रुत १२ | औपपातिक १३ राजप्रश्निय १४ जीवाजीवाभिगम प्रज्ञापना | सूर्यप्रज्ञप्ति १७ | चन्द्रप्रज्ञप्ति १८ | जंबूद्वीपप्रज्ञप्ति निरयावलिका २० । कल्पवतंसिका २१ । | पुष्पिका २२ पुष्पचूलिका वृष्णिदशा २४ चतु:शरण ३८ | बृहत्कल्प ३६ व्यवहार दशाश्रुतस्कन्ध जीतकल्प ३९ महानिशीथ ४० । आवश्यक ४१.१ ओघनियुक्ति ४१.२ पिंडनियुक्ति ४२ | दशवैकालिक उपांगसूत्र-५ उपांगसूत्र-६ उपांगसूत्र-७ उपांगसूत्र-८ उपांगसूत्र-९ उपांगसूत्र-१० उपांगसूत्र-११ उपांगसूत्र-१२ पयन्नासूत्र-१ १९ । ४३ उत्तराध्ययन ४४ नन्दी ४५ | अनुयोगद्वार २३ मुनि दीपरत्नसागर कृत् "(बृहत्कल्प)" आगम सूत्र-हिन्दी अनुवाद" Page 3Page Navigation
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