Book Title: Agam 35 Bruhatkalpa Sutra Hindi Anuwad
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Dipratnasagar, Deepratnasagar
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आगम सूत्र ३५, छेदसूत्र-२, "बृहत्कल्प
उद्देशक/सूत्र और स्थविर कल्प की ऐसे छ तरह की आचार मर्यादा है । (विस्तार से समझने के लिए भाष्य और वृत्ति देखें ।) इस प्रकार मैं (तुम्हें) कहता हूँ।
उद्देशक-६-का मुनि दीपरत्नसागर कृत् हिन्दी अनुवाद पूर्ण
३५ बृहत्कल्प-छेदसूत्र-२ का मुनि दीपरत्नसागर कृत् हिन्दी अनुवाद पूर्ण
मुनि दीपरत्नसागर कृत् "(बृहत्कल्प)" आगम सूत्र-हिन्दी अनुवाद"
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