Book Title: Agam 17 Upang 06 Chandra Pragnapti Sutra Chandapannatti Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 222
________________ तयगुरूव तहम्पगार तणुरुव ( तदनुरूप ) प १।७४ तथा (त्वच् ) प १३५, ३६१।४८।१३,२३,६३; १।४८ ज २६७, १४५, १४६ तया ( तदा ) सू ११४; १०।२६ उ ३६२ तयानंतर ( तदनन्तर ) सू १।१४,१६,२१,२४,२७; २३ तयावरणिज्ज ( तदावरणीय) ज ३१२२३ तथाविस ( त्वग्विष ) प १७० तयाहार ( त्वगाहार) उ ३१५० तरंग ( तरङ्ग ) २०१५, १३३: ५।३२ तरच्छ (तरक्ष ) प १९६६:११।२१ ज २ ३६,१३६ तरच्छी (तरक्षी ) प १११२३ तर मल्लिहायण (तरोमल्लिहायन) ज ७३१७८ तरण (तरुण) ज २ १५; ३१३,२४,३०,१७८ ५।५,७ तरुणी (तरुणी) ज ३१८२,१८७,२१८ तल (तल ) प २।२० से २७,३०,३१,४१,४६ ज ११४५; २।६५;३।७,८२,१७८, १८४, १८६, १८७,२०४,२०६,२१८, ४३, २५,४६,६७,८२, ८५, १२५,१४२,५११, ५, १६,६२,७५५,५८, १७४,१७८, १८४ सू १८/२३ ११/२३,२६ तलऊडा (त्रपुटी ) प १।३७ ३ छोटी इलायची तलभंग ( तलभङ्गक ) प २।३१ तलवर ( तलवर ) प १६/४१ ज २१२५; ३६, १०, ७७,८६,१७८, १८६,१८८, २०६,२१०,२१६, २१६,२२१,२२२ उ१।६२ ३ ११,१०१; ५१० तलाम ( तडाग ) प ११।७७ ज २ ३१ तलाय ( तडाग ) प २४,१६ से १६,२८ तलिण ( तलिन ) ज २।१५ तलिय ( तलित ) उ ११३४,४६,७४ तल्लेस (तल्लेश्य ) प १७ ६२,१०२ से १०४ तव (तपस्) प १।१०१।१० ज १२५ २ ७१,८३ ३।३२।१,११७,२२१,७११६६ उ ११२,३; ३।२६,३१,६६,१३२,५/२६,३२ Jain Education International ६३३ तव (तत्) तवइति सू १६ १ तवइंसु ज ७ । १ सू १६/१ तवइस्संति सू १६ १ तवंत्रि ज ५।५७ तवयंति ज ७।५४ सू ४।१० तविसु सू १९३१ विस्संति ज २११३१ सु १०११३२ तवेंति ज ७।१ यु ३।१ वेंसु सु १६ तवेति सू ३१२ तवणिज्ज ( तपनीय ) प ११४८५६२/२१,४८ ज ३।२४, ३५, १०६,११७, ४१४६ ५।३८,६७, ७।१७८ तवणिज्जमय ( तपनी मय) ज ४७,१३,८६,२०६, २५१,२५२, ५३३४ तवविसिया (तपोविशिष्टता ) प २३१२१ विहीणया (तपोविहीनता ) प २३३२२ तविय ( तप्त ) ज ३।३५, १०६७ ११२१५ सू १०११२६५ तवोकम्म ( तपः कर्मन) उ२०१०, ३।१४,५०, ४१२४, ५४२८, ३६, ४३ तवोवहाण ( तपउपधान) उ१८३ तव्वइरित्त (तद्व्यतिरिक्त ) प २३।१६१, १९३ तव्यतिरिक्त (तद्व्यतिरिक्त) प २३।१९२ तसकाइ (सायिक ) प ३३५० से ५२,५६,६०, ७२ मे ७४,८३ से ८७,६५,१७१ से १७३; १८३२८, ३०, ३६, ४७, ५४ तसकाय ( सकाय ) प १५।५३, ५४ तणाम (सनामन् ) प २३१३८, ११७ तसरेणु (त्रसरेणु) ज २१६ तसित (तृषित) प २२३ तयि ( तृषित ) प २२० से २२,२४ से २७ उ ११८६ तह ( तथा ) प १|१| ३ ज ३३११ चं ४११ गू १८ उ ३१७६ तह (तथ्य ) उ १।२४३।१०३ तस्संठित ( तत्संस्थित) ज ४१३ तहत्ति ( तथेति ) ज ३३५३,१०० तहपगार ( तथाप्रकार ) प ११२०, २३, २६,२६, For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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