Book Title: Agam 17 Upang 06 Chandra Pragnapti Sutra Chandapannatti Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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सेणावइरयण-सेस
१०,७६ से ७८, ८० से ६१,१०६ मे १११, १२८, १२६,१५१ से १५७,१७०,१७८, १८६, १५८,२०६,२१०,२१६.२११,२२१,२२२ उ १।१२:३।११.१००५१० सेणावइरयण (सेना विरत) ३३१७८१८६
१८८२०६२१०,२१९ २२०, २२१५।१२ सेावरण (सेना) २०१८ मावच्च (वय २३०,३१,४१,४६ द ११४५६ ३।१८५,२०६,२२२६६३५१० सेणि (३१२,११,१०,२९,४१,४२,४६, ५०, ५०, ५२,६६,६७,७४,७५, १४७, १४८, १६८,१६२,१७०,१५५१००२०३,२१६,
२१६,२२१
(१२०.१२,२६६२,३४, २६४४,४६४२,१७,५०,६१,३२,६४,
१६,६८,७२७,८२,८३,६६६२,६५,
२६,१०३,१०६ से ११४,१४५ २१५, १७,२२; ३४,२१,२४,८१,१५५, १६८४०४ सेज २०१५. २१,३१,२४,७७, ७८,२१,
१५,१५६, १७३, १०५, ११६ सेन्हा ( ) १२५३ सेत (श्वेत)
२४७१३,२२६४ ज ३११२८८ सेत (तू) ११०१-४३१
१४७०
से (४१११६३८२०१८,११.
३५.२३१००१००५११५१२१ १२५.
२१७२७९७
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से (१९५४
सेय ()३४३६९३८९४७११२२/१
३ ११५.४ ५४,६६,७६,७६,६६, १०७,११६ २०४९, ५०, ५५.१०६.११०
२११६
ada (2)=5015,201510 से ( 19 ) ज ७१४१
१२
से ( सेचनक) १६६१०२ से ११६.१२७:
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१०८७
१२८
सेयणगसंठित ( सेचनक स्थित ) नु ४३
सेयणय ( सेचनक) उ १।९६ से ६६,१०३, १११, ११२
सेवता ( दवेदतः) सू ४०१ सेयधुजीवय (स्वेतवन्धुजीवक) १७१२६ सेयमाल (श्वेतमाल ) ज २८ सेवा (वेविका) १३ सेया ( श्वेततः ) चं ६ १३६ । १ सेवा (एकल) २०२२,२४,३९,६६ सेवासीय (वेताशोक ) प १७।१२८ सेरियय ( मैरे. क ) प ११३८११ सेरिया (सेरिका) २०१० ४।१६६ सेस्तालवण (तालवन) २०६ सेल (ल) २१. ११४२५ सेलसिहर (सिखर) ज २२६६ सेलु (लु) प १३५११ सेलेसि (शैलेशी ) प ३६९२
ज
सेलेसिपडिवण्णग ( शैलेशी प्रतिपन्नक ) प ११।३६;
२२८
सेल्लार (दे० कुन्तकार ) प ११२७ भाला बनाने
वाला
सेवणा (संवना ) प १११०११३ सेवा
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११३८१२.१०४५६, ११४८११,
१६२ २।१० सेवाभक्ति नमक्षिन् ) उ३१२० सेस (शेष) ४११०१०११२१३२,३४,३६४०, ५१ से ५४,५८,६०,६२.३०१०२, ५०२४, १५२,१५४,२०५,२४४,६१८१, ८३, ८४; १०।१४६ १२३८:१३।१५ से १८:१५ १८. १६,३४,७५,८२ १७२३, २५, २७, २९, ३४, ३५. २०१६,५६,६०२२४५, ५५.८० २३०५६,१५६,१५१.१६१, १९१,१९३,१९६६ २४१८, १२५४ २८१२६,१८,४६,७४, १०१, १२३, १४५ ३० १४:३२०६४१.३४१२२ से २४:३५।१।२:३६।३३,६७ से ६९,७१.७३
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