Book Title: Agam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Ratanmuni
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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________________ 224 ] [ राजप्रश्नीयसूत्र 12 26 गुणब्वय गुज्झ गुत्त गेय 6, 32, 67 65, 86 67 गो 136 136, 159 गोकलिंजर गोकलिज गोपुच्छ गोपुर गोमाणसिया गोयम गोयमाइ(दि)य 208 108 208 गोल 25, 32, 33 98, 44, 45 201 घणमुइंग 131 घोसेडिय 176 घंटा घंटाजाल घंटापास 70 चउक्क 162 चउद्दसपुवी 63 चउनाणोवगय चक्क 63, 66 चक्कल 60, 128 चक्कलक्खण 45, 50, 56 चक्कवट्टिविजय 120 चक्कवूह 106 चच्चर 32 चमर 115, 117,116, 120, 121 / / __ चम्मेलुग 108 चरिम 3 चरिय 103 चवण 192 चवल चाउज्जाम चाउब्भाइया 208 चामर 9, 108, 190 चामरधारपडिमा 115 चित्तगर चित्तघरग 77, 136, 190 चित्तसारहि 17 चिलाइया चुचुम 70 चुण्णारहण 117 चुल्लहिमवंत चयलया 16, 117 चूयगवण 78 चूलोवणय 79 चेइन 111 चेइयखंभ 212 141 गोलवट्टसमुग्गय गोसीस गोसीसचंदण गंगा गंठिभेद गंठी गंडमाणिया गंडलेहा गंडोवट्टाणय गंथ गंध गंधकासाइय गंधपज्जव गंधव्व गंधव्वकंठ गंधव्वघरग गंधव्वसंघाड गंधारुहण गंधोवाइ गंधोदय गुजालिया घोयग धण 192 71, 107 101 101 87 81 131, 133, 134, 140 207 100 117 108 70 75 206 3, 6, 16, 17, 22, 167 . 97, 106, 120 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
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