Book Title: Agam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Ratanmuni
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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________________ 222] [ राजप्रश्नीयसूत्र किण्हसुत्त ऊसियफलिह एगाहच्च एरवय एला एलासमुग्ग एलुय प्रोछ अोमत्त ओरोह प्रोसह मोहाडणी ओहि ओहिणाण कज्ज 70 कट्ठ MY 09 . W w कडग कडगच्छेज्ज कडिसुत्त कडुच्छ्य कत्थ कन्नवेण कब्बड कम्मया कयबलिकम्म 144 कामभोग 6, 131 161 कारण 108 कालागुरु 6, 16, 21, 32. 66, 117 30, 71 किन्नर 25, 32, 77, 160 किन्नरकंठ 100 किन्नरसंघाड 182 किमिकुभी 177 3 किरिया 144 144 किलावणधाई 207 63 कुक्कुड 12, 21 कुक्कुडलक्षण 208 कुट्टागार 201, 206 131 कुणाल (जणवय) 132, 134, 149 16, 184 कप्पूरपुड कुमुम कुलनिस्सिय 163 155 कुलव 162 117 कुलसंपण्ण 136 77 कुसुमघरग 206 कुहंडिया 127 131 कूडागारसाला 61, 176, 162, 201 134, 136, 141, 153, 169 कूडाहच्च 172, 206 के इयअद्ध (जणवय) 128, 134 केउकर 208 केऊर 126, 147, 167, 168 केवलकप्प 9, 13, 17 केवलनाण 160 6, 27, 37, 70, 107 212 केवली 190 केसरिहह 108 3, 63 केसि कुमारसमण 136, 138, 140, 141, 142 100 143, 146, 146, 151, 154, 156 3, 6 केसंत केसभूमि 100 208 कोट्टिमतल mr 1 Mum w WA कयलिघरग करण करभरवित्ति करयल कलस कलेवरसंघाडग कवाड कविसीसय(ग) कवोल कहग कागणिलक्षण Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
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