Book Title: Agam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Ratanmuni
Publisher: Agam Prakashan Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 265
________________ परिशिष्ट 2 : विशिष्ट शब्दों की अनुक्रमणिका ] [ 223 कोट्ठ कोट्ठयचेइन कोट्ठागार खंभ 208 26, 63, 70, 87 87 87 87 65, 86 ওও 175 30 खंडरक्ख 133, 136, 138, 141 खंदमह 8,131, 202 खंधवार 3,175 133, 134, 140, 152 __ खंभपुडंतर खंभबाहा 180 खंभसीस 8, 131 खिखणीजाल 207 गज्ज 136 गणग गणनायग गणिय 156, 157 गणियप्पहाण 30 गति 77, 190 गत्त 71 गत्तग गब्भघरग 3, 25, 32, 33 गब्भाहाण 101 गयकंठ 6,13 गयलक्खण 188 गयसंघाड 70 गया 6, 16, 21, 32, 66, 117 गरुलवह 191, 192 गरुलालन गवक्खजाल गाम 160 गामकंटक गामसहस्स गायलट्ठी 187, 188 गाहा गाहावइपरिसा 199, 200, 201 गिरिमह गिहिधम्म 76, 107 गीइय 127 गीय 76 गीयरइ कोडुबिय कोडुबियपुरिस कोरव्व कोरिल्लिन कोस कंचुई कंचुइज्जपुरिस कंबल कंबिधा कंबो कु कुम किंपुरिस किंपुरिसकंठ किपरिससंघाड कुंजर कुडधार पडिमा कुंडल कुडियालंछण कुदलया कुदुरुक्क कुथु कोचासण खइन खोवसमिय खग्ग खत्तिय खत्तियपरिसा खरिंगाल खलवाड खात खीरधाई खीरोदयसमुद्द खेड खोदोयग 10.0. xs YYY ar us: muorror 208 212 208 80 65, 86 127 212 201 200 187, 188 136 142,143 208 ... 207 / 208 6 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288