Book Title: Adya Panchashaka Curni
Author(s): Haribhadrasuri, Yashodevsuri
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund
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पुष्पिका
श्रावकधर्मपञ्चाशक
चूर्णिः ॥१५९॥ ४
पुष्पिका संवत् १९६४ वै शाके १८२९ प्रवर्त्तमाने मासोत्तममासे शुभमाहाशुक्लपक्षे पुनमे(१५) लिखितं जयतारणमारवाडमाहात्मा दीपचंद । तपागच्छे विराजमानमहाराजजीपूज्यपंन्यासजी (अधुना आचार्यप्रवर) महाराजजी श्रीश्रीश्री १००८ श्रीश्रीमुनिराज आणंदसागरजी महाराजजीनी ।। शुभं भवतु ॥
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के इति श्रीश्रीचन्द्रसूरिशिष्याचार्यश्रीयशोदेवदृब्धा ।
आद्य(श्रावक)पंचाशकचूर्णिः समाप्ता ॥ में इति श्रेष्ठि देवचन्द्र लालाभाई-जैन-पुस्तकोदारे ग्रन्थाङ्कः १०२॥
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॥१५९ ।।
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