Book Title: Adhar Abhishek Vidhi Author(s): Jinendrasuri, Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala View full book textPage 1
________________ Jain Education International श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थांक: १३८ ॥ अर्हम् ॥ श्रीमहावीर जिनेन्द्राय नमः हाला देशोद्धारक पू. आ. श्री विजयामृतसूरिभ्यो नमः श्री श्रढार अभिषेक विधि ( कलश ध्वजारोपण विधि, अष्टमंगलश्लोको परिकरप्रतिष्ठाविधि साथै ) संपादक: संशोधकश्च तपोमूर्ति पू. आचार्यदेव श्रीविजयकर्पू रसूरीश्वर पट्टधर हालारदेशोद्धारक पू. आ. श्री विजयामृतसूरीश्वर पट्टषर:-- पूज्याचार्यदेव श्रीविजय जिनेन्द्रसूरीश्वरः प्रकाशिका :श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रंथमाला - लाखा बावल - शांतिपुरी (सौराष्ट्र ) वीर सं० २५१३ वि० सं० २०४३ : सन् १६८७ : : For Personal & Private Use Only मूल्य कलाससागरसू श्रीमहावीर जैन द्वितीयावृत्तिः प्रसेवा (नगर) """""""@@@;" www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 ... 26