Book Title: Yogsar Part 02 Author(s): Ratnabodhivijay Publisher: Jinshasan Aradhana Trust View full book textPage 2
________________ पूर्वमहर्षिविरचितः । योगसार: पद्मीयवृत्ति-तद्गुर्जरभावानुवाद-विभूषितः द्वितीयो भाग: प्रेरकाः परमपूज्य-वैराग्यदेशनादक्ष-आचार्यदेव-श्रीमद्विजय हेमचन्द्रसूरीश्वराः । MSCORCISISRO ROMORRORORSRO SSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSS मूलसंशोधको वृत्तिकारो भावानुवादकार सम्पादकश्च परमपूज्य-श्रीसीमन्धरजिनोपासक-आचार्यदेव-श्रीमद्विजय हेमचन्द्रसूरीश्वराणां शिष्याणुः मुनिरत्नबोधिविजया प्रकाशकः श्रीजिनशासनआराधनाट्रस्टः मुम्बई Xoxoxoxoxoxo$$OMEMOHORPage Navigation
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