Book Title: Yogakshema Sutra
Author(s): Niranjana Jain
Publisher: Jain Vishva Bharati

Previous | Next

Page 202
________________ नियत समय पर कार्य करना - सफलता का सोपान है १ सफलता उन्हीं को प्राप्त होती है, वही मनचाहा काम कर सकते हैं, जिनकी प्रवृत्ति निश्चयात्मक होती है । २ मनुष्य का प्रतिभाशाली और समुन्नत व्यक्तित्व भी समय के सदुपयोग और नियमित क्रम व्यवस्था पर ही निर्भर रहता है । ३ जो निश्चित समय पर क्रिया कहता है वह दूसरों का विश्वासपात्र बन जाता है । ४ नियमित दिनचर्या जीवन की सफलता का अति महत्त्वपूर्ण सूत्र है । ५ नियमित व्यवस्था को अपनाकर हर मनुष्य अधिक काम कर सकता है, अधिक व्यवस्थित एवं निश्चिन्त रह सकता है । घर-परिवार के लोग तथा साथी - सहचर प्रसन्न एवं सन्तुष्ट रह सकते हैं। साथ ही अधिक मात्रा में अच्छे स्तर का उपार्जन हो सकता है । ६ अनियमितता शक्ति को प्रस्खलित करने का बहुत बड़ा कारण है । ७ संकल्प-शक्ति के विकास में नियमितता का बहुत बड़ा महत्त्व होता है । ८काम की अधिकता नहीं, अनियमितता आदमी को मार डालती है । ६ जो मनुष्य समय पर काम करते हैं वे कभी पछताते नहीं । १० तुम जैसा बनना चाहते हो, उस लक्ष्य प्रतिमा का निर्माण कर उसे आदर हो, उसे भलीभांति जानो, प्रतिक्षण उसी का चिंतन - स्मरण करो, उसी के साथ तादात्म्य स्थापित करो, १८५ नियत समय पर कार्य करना --- सफलता का सोपान है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214