Book Title: Vividh Pujan Sangraha Author(s): Champaklal C Shah, Viral C Shah, Publisher: Anshiben Fatehchandji Surana Parivar View full book textPage 5
________________ विविध पूजन संग्रह 118 11 Jain Education International जन्म जन्म स्थान सांसारिक नाम पिता माता गोत्र दीक्षा वडी दीक्षा गुरुदेव श्रीमद् विजयनीतिसूरीश्वरजी जीवन सौरभ : संवत १९३० पोष सुदी ११ : वांकानेर (सौराष्ट्र, गुजरात) : निहालचंद (मोंघा रत्न) : फूलचन्दभाई : चोथीबाई : पारेख : सं. १९४९ अषाढ़ सुदी - ११ सोमवार : सीपोर गाम में पं. श्री प्रतापविजयजी म. : श्री नीतिविजयजी म. दीक्षा नाम तीर्थोद्धारक : चित्तोड- गिरनार आदि अनेक पांच रत्न की प्राप्ति : याने जवाहरलालजी संप्रदाय के पांच संतने जो ३५ से १२ वर्ष दीक्षा पर्याय वाले थे वे गुरुदेव के पास मूर्तिपूजक मार्ग याने गुरुदेव के शिष्य बने । पंन्यासपद आचार्यपद स्वर्गवास For Personal & Private Use Only : सं. १९६२ का. वदी ११ : सं. १९७६, मा. सुदी ११ : सं. १९७८ पोष वदी - ३ जीवन सौरभ ॥ ४ ॥ www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 ... 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 ... 266