Book Title: Vitrag Vani
Author(s): Kanjiswami
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust

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Page 231
________________ | शास्त्र: श्री समयसार CD No : 6A | | प्रवचन श्लोक गाथा नं तारीख | वार तिथि नोंध अन्य बेटरी 523 कलश टीका | 267-268| 26/09177 |सोभमा२ सुह १४ | 524 कलश टीका | 269 - 270/ 27109177 |भंगला सुह १५ 525 526 527 528 529 530 कलश टीका 270 | 28/09177 | बुध मा १६ १ कलश टीका 271 29/09177 |J३ ला६२ १६२ कलश टीका ___272 | 30/09 | 77 | u६२ १६ 3 | कलश टीका | 272 - 274 | 01|10| 77 |शनि २॥ १६४ कलश टीका | 274 -2751 02 |10177 |विला२ वह ५ कलश टीका 276 | 03 | 10177 सोम 241 48s कलश टीका 276 04 | 10 177 भंग ॥ १६७ कलश टीका 277 05 | 101 77 | बुध ल२ १६८ कलश टीका 06 | 10 177 |J३ ल॥४२१६८ | 278 | 07 | 10177 | मा२ १६ १० 278 | 08|10177 शनि २ १६ ११ 308-311 21 | 07 179 |शनि अषाढ १६ १३ 531 533 534 535 2 308-311 308-311 308-311 308-311 22/07 179 |२वि अषाढ १६ १४ 23 | 07 | 79 सोम अषाढ १६ १५ 24 | 07 | 79 भंग श्री सु१ 25 | 07 | 79 बुध श्राप सु २ 26 | 07 179 |शु३ श्राव सुE 3 27 107 179 | श्राव सु४ 28 | 07 | 79 |शनि श्राप सुह ५ 308-311 308 - 311 8 | 308 - 311

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