Book Title: Vitrag Vani
Author(s): Kanjiswami
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust

View full book text
Previous | Next

Page 266
________________ शास्त्र: श्री समयसार CD No : SS 4 नोंध क्र | गाथा नं श्लोक तारीख SS वार तिथि बेटरी हिन्दी अन्य 17-18 | 13 | 10166 | Ss15_075 | शु३ मा १६ १४ 17-18 NA17_011 17-18 | NA17_012 II III 17-18 17-18 05/09178 | 5519_078 भंगणार 06 | 09 178 | 5519_079 | बुध ला 08 | 09 | 78 | 5519_080 | शु सु 3 सुह ४ सु उत्तम क्षमा धर्म 17-18 20 H | उत्तम मार्दव, आर्जव धर्म - | 19 | 20 उत्तम शौच धर्म - | उत्तम सत्य धर्म - | 20-22 21 09/09 178 | SS19_081 | शनि बERAL सु ७ 10/09178 | 5519_082 | २वि माह सु८ 11109 178 | SS19_083 | सोम मा सु८ 12 | 09 178 | SS19_084 भंगार सु १० 13 | 09 1 78 | SS19_085 | बुध मासु १२ उत्तम संयम धर्म -| 10 23-25 22 उत्तम तप धर्म -| 23-25 उत्तम त्याग धर्म 12 23-25 14 109178 | SS19_086 | १३ ला सुह १३ H उत्तम आकिंचन धर्म 13 23-26 23-24 उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म 15 | 09/78 | 5519_087 | शुक्र 21 | 09 | 78 | 5519_088 | १३ 24 सु १४ ॥४२॥ १६५ 14 27-30 25-26 31 22 | 09178 | SS19_089 | शु ल२41 485 -| 31 24109178| 5519_090 | २वि लाह२ १६८ -| 17 31-32 25/09178| S519_091 सोमबार १८ -| 32 26 109178 | 5519_092 भंग 41 48 १० - | 32 27109178 | S519_093 | बुध 241 १६११ - | 32-33 28/09178| S519_094 | शु३ लाह२॥ १६ १२ -| 33 -| 27-28 28 - | | 29/09178 | SS19_095 | शु मा२ १६१३ 30109 178 | 5519_096 शनि ल व १६ १३ | 01 | 10178 | 5519_097 | २वि 41 48 १४ 03 | 10 178 | SS19_098 भंगण मासो सु१ 04 | 10178 | 5519_099 | बुध मासो २ - | -| 25 34

Loading...

Page Navigation
1 ... 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287