Book Title: Vitrag Vani
Author(s): Kanjiswami
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust
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| शास्त्र: श्री समयसार
CD No : 5A
|
| प्रवचन |
गाथा नं
श्लोक
तारीख
| वार तिथि
नोंध
अन्य
बेटरी
45 Min
45 Min
शकित
12
अनेकांत चर्चा बोल 3,4 | 05 | 10180 वि Era १६ १२ 481 शकित
06/10/80 सोभ लाBR41 48 १३ 482 शकित | 1-3 | 07 | 10180 भंग २ १६ १४ 483
शकित
| 4 -5 | 07 | 10/80 भंगगमा १६ १४ 484 शकित 6-7 | 08|10|80 बुध मा १६ १५/ 485 शकित 6-8 | 09/10180 गु३ मासो सुह १ | 486 शकित 9-10 | 09 |10|80 |१३ मासो सुह १
487 शकित ___ | 06 | 11|80 Y३ भासो १६ १७ |
488 शकित | 9-10 | 21108177 | विश्राप सुह७ 10 489
| 10 - 11 | 22 | 08 | 77 |सोम श्राप सु८ | 490
शकित | 1 | 23 | 08 177 भंग श्राप सु८ | 491 शकित | 12 - 14 | 24 08 | 77 बु५ श्राप सु १० 13 | 492 शकित | 14 - 15 | 25 | 08177 |४३ श्रावसु ११ 14 | 493 शकित 15 - 17 | 26 | 08177 | श्राप सुE १७ |
494 शकित 16 - 18 | 27 | 08177 |शनि श्राप सु १४ | ** 16| 495
शकित |
18 - 19 28/08/77 | विश्राव सु १५ 496 शकित 19-21 29 | 08177 सोम श्राप १६ १ 18 497 शकित 21 - 22 | 30 | 08177 | भंग श्राप १६२ 19| 498 शकित | 23 | 31| 08177 बुध श्राप १६ 3 | *** 499 शकित - 24 | 01/09177 |J३ श्राप १६४ शकित 24 - 26 | 02 | 09 177 |
१५ | 501 शकित 27 - 28 | 03 | 09 1 77 |शनि श्री १६ 23 502 ___ शकित | 29 | 04 / 09 177 | २२ श्राq १६७ 24 | 503 | शकित | 29 - 30 | 05 | 09 | 77 सोम श्री १६८ 25 | 504 | शकित | 31 - 33 | 06 | 09 | 77 | भंग A &
50 Min
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