Book Title: Vitrag Vani
Author(s): Kanjiswami
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust

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Page 263
________________ शास्त्र: श्री समयसार CD No : SS 1 नोंध क्र | गाथा नं श्लोक तारीख SS वार तिथि बेटरी हिन्दी अन्य 28/07 166 | SS15_001 | शु३ श्राव सुह ११ 29 | 07 166 | SS15_002 | शु श्राप 30 | 07 | 66 | 5515_003 | शनि श्राप 31/07 166 | SS15_004 | २वि श्री 02 | 08 | 66 | 5515_005 मंगल श्री 03 | 08166 | 5515_006 | बुध श्राप सुह १२ सुह १३ सुह १४ ११ १६२ 04/08/66 | Ss15_007 | १३ श्रा6 3 बोल 1-5 | बोल 6-7 | 05 | 08 166 | 5515_008 | शु श्राप १६४ 06 | 08/66 | SS15_009 | शनि श्राप १६५ 07 | 08 166 | SS15_010 | २वि 4 5 08/08/66 | 5515_011 | सोम श्रावर १७ बोल 7 | बोल 7 | 10108166 | 5515_012 | बुध श्राप | - | 11/08/66 | 5515_013 | १३ 12 | 08166 | 5515_014 | शु श्राव श्राप १६ १० १६ ११ - | - 3-4 13 | 08/66 | 5515_015 | शनि श्री ११ १२ -| 14 | 08 |66 | ss15_016 | २वि श्राक्ष १६ १३ | 15/08/66 | SS15_017 |सोभ श्रीव १६ १४ -|-| 16 | 08/66 | SS15_018 भंगण श्रावण १६० 4-5 17 | 08166 | ss15_019 | बुध श्राप सुह १ 18/08/66 | SS15_020 | ३ श्राप सुह २ 19 | 08 166 | ss15_021 | शु श्री सुE 3 20108 | 66 | SS15_022 | शनि श्राप सु४ 21 08166 | SS15_023 | शव श्राप सु५ 22 | 08 166 | ss15_024 | सोम श्री सुद 23 | 08166 | ss15_025 भंग श्री सु८ साउन्ड कवॉलिटी (बेटरी) 8- * - अस्पष्ट, ** > ज्यादा अस्पष्ट, *** - सभामें सुनाने लायक नहीं । -| |

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