Book Title: Vastupal Prashasti Sangraha Author(s): Punyavijay Publisher: Singhi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai View full book textPage 7
________________ ३१ महामात्य वस्तुपालकृत आराधना ३२ वस्तुपाल संबन्धित ग्रन्थान्तपुष्पिकालेख ३३ विजयसेनसूरि रचित रेवंतगिरि रास ३४ पाल्हणपुत्रकृत आबूरास परिशिष्ट १ सुकृतकीर्तिकल्लोलिनी आदि प्रशस्ति पद्यानुक्रमणिका २ सुकृत कीर्तिकल्लोलिनी आदि रचनागत विशेषनामानुक्रमणिका Jain Education International For Private & Personal Use Only पु. ९५ ९६-९८ ९९-१० "" , १०४ - १०. ܕ " 97 १११-१२१ १२७–१३ www.jainelibrary.orgPage Navigation
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