Book Title: Uttaradhyayanasutra Curni Author(s): Devvachak, Publisher: Rushabhdev Kesarimal Jain Shwetambar Sanstha View full book textPage 3
________________ श्रीमन्ति उत्तराध्ययनानि. कुलीन - कोटिकगणीय-वज्रशास्त्रीय - श्रीगोपालगणिमहत्तर शिष्य(जिनदास गणिमहत्तर) कृतया चूर्ष्या समेतानि प्रकाशयित्री - मालवदेशीय रत्न पुरान्तर्गत श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजीत्यमिधा श्रीश्वेताम्बर संस्था. न्दौरनगरे श्रीजैनबन्धुमुद्रणालये - श्रेष्ठी जुहारमल मिश्रीलाल पालरेचा द्वारा मुद्रापयित्वा । विक्रम संवत् ३९८९. पण्यं ४-०-० क्राइष्ट सन् १९३३. वीर संवत् २४५९.Page Navigation
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