Book Title: Tirthankar 1975 06 07
Author(s): Nemichand Jain
Publisher: Hira Bhaiyya Prakashan Indore

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Page 6
________________ -डॉ. देवेन्द्रकुमार शास्त्री १४७ 'अभिधान-राजेन्द्र' कोश में आगत कुछ शब्दों की निरुक्ति क्यों करें हम रूप पर अभिमान (गीत) -डॉ. छैलविहारी गुप्त १५२ पार्श्व-वर्द्धमान-खण्ड (१५३-६३) पार्श्वनाथ : यात्रा, बर्बरता से मनुजता की ओर महावीर के विदेशी समकालीन -डॉ. भगवतशरण उपाध्याय १५९ धर्म-संस्कृति-खण्ड (१६३-१९६) श्रमण और ब्राह्मण -दलसुखभाई मालवणिया १६५ ज्ञान-समाधि __-मुनि नथमल १७४ काल-चक्र के तुरंग धाये (गीत) -डॉ. छैलविहारी गुप्त १८० सहज श्रद्धा -डॉ. प्रेमसागर जैन १८१ सन्त-साहित्य और जैन अपभ्रंश-काव्य -डॉ. राममूर्ति त्रिपाठी १८९ विशेषांक के लेखक १९७ चित्र-सूची श्रीमद्विजयराजेन्द्रसूरीश्वरजी श्रीमद्वि जययतीन्द्रसूरीश्वरजी श्रीमद्विजयविद्याचन्द्रसूरीश्वरजी पार्श्वनाथ जिनालय, बागरा धातु-प्रतिमाएं (बीकानेर) 00 पृ. ३४ के सामने पृ. ३५ के सामने पृ. ३५ के सामने पृ. ५० के सामने पृ. ५१ के सामने तीर्थंकरः जून १९७५/६ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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