Book Title: Tattvartha Sutra
Author(s): Akhileshmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra
View full book text
________________
तत्त्वार्थ सूत्र
अप्रत्यवेक्षिताप्रमार्जितोत्सर्गादाननिक्षेपसंस्तारोपक्रमणानादरस्मृत्यनुपस्थाप
७०
नानि ॥ २९ ॥
सचित्तसम्बद्धसंमिश्राभिष्वदुष्पक्व
हाराः ॥३०॥
सचित्तनिक्षेपपिधानपरव्यपदेशमात्सर्य
कालातिक्रमाः ॥३१॥
जीवितमरणाशंसामित्रानुरागसुखानुबन्ध
निदानकरणानि ॥३२॥ अनुग्रहार्थं स्वस्यातिसर्गो दानम् ||३३|| विधिद्रव्यदातृपात्रविशेषात् तद्विशेषः ||३४||
Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102