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परिशिष्ट ]
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१ ऋतुवर्ष के दिवस ३६० हैं।
१ ऋतुवर्ष के मुहूर्त १०८०० हैं। २. आदित्यसंवत्सर
१ युग के आदित्यमास ६० हैं। १ आदित्यमास के ३० दिवस हैं। १ आदित्यमास के ९१५ हैं। १ आदित्यसंवत्सर के ३६६ दिवस हैं।
१ आदित्यसंवत्सर के १०९८० मुहूर्त होते हैं। २. अभिवर्धितसंवत्सर
१ अभिवर्धित मास के ३१ दिवस २९ मुहूर्त १७/६२ भाग होते हैं । १ अभिवर्धित मास के ९५९ मुहूर्त १७/६२ भाग । १ अभिवर्धित संवत्सर के ३८३ दिवस २१ मुहूर्त १८/६२ भाग होते हैं।
१ अभिवर्धित संवत्सर के ११५११ मुहूर्त १८/६२ भाग होते हैं। - सूत्र ७२ समाप्त सूत्र ७३
नो युग के अहोरात्र का प्रमाण
वासठिया भाग चूर्णित भाग १. नक्षत्रसंवत्सर ३२७ २२ ५१
५५/६७ २. चन्द्रसंवत्सर ३५४ ३.ऋतुसंवत्सर ३६० ४. आदित्यसंवत्सर ३६६ ५. अभिवर्धितसंवत्सर ३८३ २१ १७९१ १ ५७
५५/६७ नो युग के मुहूर्त
१७९१४३०-५३७३०+१९-५३७४९.५७ ५५/६७ चूर्णित भाग। नो युग में कितने दिवस मिलाने पर युग पूर्ण होता है ? - ३८ दिवस १० मुहूर्त : भाग १२/६७ चूर्णित भाग मिलाने से युग पूर्ण होता है।
दिवस
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